हल्द्वानी: हीरानगर गोल्ज्यू मंदिर में निर्माण को लेकर फिर हुआ बखेड़ा

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। हीरानगर स्थित गोल्ज्यू मंदिर में निर्माण को लेकर शनिवार को फिर से विवाद हो गया। महाशिवरात्रि पर्व पर दूसरे पक्ष के लोग निर्माण कार्य शुरू करने पहुंचे। जिससे उत्थान मंच के लोग भड़क गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने निर्माण कार्य रूकवाते हुए दोबारा निर्माण शुरू करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। इस बीच लोगों की पुलिस से तीखी बहस भी हुई।

गोल्ज्यू मंदिर में निर्माण का मामला वर्तमान में हल्द्वानी सिविल न्यायालय में विचाराधीन है। इसमें वादी पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच तथा प्रतिवादी निर्मल कपिल समेत नौ लोगों को बनाया गया है। बताया जाता है कि शनिवार को महाशिवरात्रि पर्व पर प्रतिवादी पक्ष के लोग कांवड़ियों के एक दल के साथ हर-हर महादेव के जयकारे लगाते हुए गोल्ज्यू मंदिर पहुंचे और पूर्व में निर्माणधीन कमरे की शटरिंग को खुलवाया और कमरे को चारों ओर से फूलमालाओं से सजा दिया। इसके बाद कमरे में शिवलिंग रखकर उसपर कांवड़ियों से जलाभिषेक कराया।

साथ ही मंदिर के बाहर टैंट लगाकर भंडारे का आयोजन भी किया। इस दौरान लोगों ने पुन: निर्माण कार्य शुरू करने का प्रयास किया, जिसकी भनक लगते ही मंच के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाल हरेंद्र चौधरी और एसएसआई विजय मेहता ने दलबल के साथ मौके पर पहुंचकर कार्य बंद कराते हुए लोगों को दोबारा निर्माण शुरू करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। इस दौरान लोगों की पुलिस के साथ तीखी बहस भी हुई। काफी समझाने के बाद लोग शांत हुए और वहां से चले गये। इधर, सुरक्षा के लिहाज से निर्माण स्थल पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

ये है पूरा मामला
गोल्ज्यू मंदिर के सामने (पश्चिम की तरफ) दीवार व तारबाड़ तोड़कर एक मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इसको लेकर पूर्व में मंदिर बना रहे लोगों और मंच पदाधिकारियों के बीच काफी विवाद भी हुआ था। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद निर्माण कार्य रोक दिया गया, लेकिन दूसरे पक्ष के लोगों ने रातों-रात निर्माण पूरा कर एक कमरा तैयार कर लिया।

मामले में आठ दिसंबर 2022 को मंच की ओर से सिविल न्यायालय में वाद दायर किया गया। जिसमें न्यायालय ने यथास्थिति बनाये रखने का आदेश दिये हैं। मंच ने मामले में निर्मल कपिल, ममता कपिल, कार्तिक हर्बोला, मधुकर श्रोतिय, विजय बिष्ट, सतीश कविदयाल, नवीन सांगुड़ी समेत कई लोगों को प्रतिवादी बनाया है।

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