तो इस बार summer Vacation पर चले आइए उत्तराखंड के मिनी कश्मीर...जहां की संस्कृति आपको कर देगी निहाल

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Published By Shweta Kalakoti
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हल्द्वानी, अमृत विचार। जब भी हम उत्तराखंड दर्शन का सोचते है तो हमारे मन मुख्य रूप से नैनीताल और केदारनाथ का ही दृश्य आंखों के सामने प्रकट होता है लेकिन क्या आपने कभी उत्तराखंड के मिनी कश्मीर मुनस्यारी के सुन्दर पर्यटन स्थलों के बारे में सुना है। मुनस्यारी उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ जिले का एक छोटा मगर अति सुन्दर गावं है।  

अगर बात करें इसके इतिहास की तो पौराणिक मानयताओं के अनुसार पांडवों ने यहीं के पंचाचूली चोटी से स्वर्ग के लिए प्रस्थान किया था और द्रौपदी ने आखिरी बार स्वर्गारोहण से पहले पांडवों के लिए इसी पर्वत श्रंखला पर खाना पकाया था। पांच श्रंखलाओं में चूल्हा जलने की वजह से इसका नाम पंचाचूली पड़ गया। इस जगह का उत्तराखंड के व्यापार को समृद्ध करने में भी बहुत योगदान रहा है। 

प्राचीन समय में भारत और तिब्बत का व्यापार केंद्र था। प्राचीन समय में मुनस्यारी में शौका और भोटिया नामक दो जनजाति निवास करती थी, जोकि पूर्ण रूप से आर्थिक तौर पर भारत और तिब्बत के व्यापार पर ही निर्भर थे। सन 1962 में जब भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ उससे पहले तक मुनस्यारी के मार्ग से यह व्यापार बहुत अच्छा चलता रहा।

परन्तु युद्ध के बाद सीमा के बंद हो जाने के कारण व्यापार भी बंद हो गया। सन 1962 में जब भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ उससे पहले तक मुनस्यारी के मार्ग से यह व्यापार बहुत अच्छा चलता रहा। परन्तु युद्ध के बाद सीमा के बंद हो जाने के कारण व्यापार भी बंद हो गया।

मुनस्यारी गौरी गंगा नदी से मिलम तक फैला हुआ है। यह एक ऐसी जगह है जहां आपको विभिन्न संस्कृतियों का समागम मिलेगा। उत्तराखंड के साथ-साथ नेपाली एवं तिब्बतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। यहां कुछ ऐसे खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो आपको सिर्फ सपनों की दुनिया में देखने को मिल सकते है।

 

1. थमरी कुंड
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मुनस्यारी से 10 किलोमीटर पहले घने जंगलों के बीच स्थित थमरी कुंड एक सुंदर तालाब है। थमरी कुंड अपने अन्दर समेटी हुई शांति और स्वछंदता के कारण ट्रैकरों और पर्यटकों के लिए खासा आकर्षण का केंद्र है। यहां से बर्फ में ढके हुए हिमालयी पर्वतों का विहंगम दृश्य साफ़ देखा जा सकता है।  

 

2. माहेश्वरी कुंड
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महेश्वरी कुंड मुनस्यारी क्षेत्र के पास स्थित एक प्राकृतिक झील है | महेश्वरी झील से लोग पंचाचुली पर्वत के बेहद खूबसूरत चोटी का आनंद ले सकते है | एक बहुत ही आकर्षक जगह के साथ एक खूबसूरत जगह है, महेश्वरी कुंड मुनस्यारी से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है। एक बार एक यक्षी द्वारा शाप दिया गया था जो वहां एक छोटी सी झील में रहते थे, इस स्थान पर कई वर्षों तक सूखे का सामना करना पड़ा।


3.ट्राइबल हेरिटेज म्यूजियम
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मुनस्यारी से 2 किलोमीटर दूर स्थित नन्सैन्न गाँव के सुरेंदर सिंह के घर में स्थित आदिवासी विरासत संग्रहालय मुनस्यारी के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है। मुनस्यारी आदिवासिओं का इलाका रहा है और भोटिया जनजाति के लोग मुनस्यारी में अधिक मात्रा में रहते थे। वे अपनी विरासत को बहुत संभाल कर रखते थे और इसी वजह से मुनस्यारी में आदिवासी विरासत संग्रहालय बनाया गया। पर्यटकों को यह संग्रहालय आदिवासियों की जीवन शैली से अवगत कराने वाला है।

4.दरकोट
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मुनस्यारी से 6 किलोमीटर दूर स्थित दरकोट एक गावं है जोकि खरीदारी के लिए बहुत लोकप्रिय है। दुकानदारों के लिए यह स्थान स्वर्ग के सामान है। इस गावं में मिलने वाले पश्मीना शॉल और भेड़ के ऊन से बने कम्बल बहुत प्रसिद्ध है। पर्यटकों के लिए यह स्थान मुनस्यारी के आसपास के शिल्पकारों की कलाओं का प्रदर्शन दिखाने वाला है।

 

5. बिर्थी फाल्स
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बिर्थी फाल्स, घने जंगलों के बीच स्थित है और राजसी हिमालय के मंत्रमुग्ध दृश्य प्रस्तुत करता है। विशाल झरने की प्राकृतिक सुंदरता कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को लुभाती है। बिर्थी फॉल्स की यात्रा की योजना बनाने का आदर्श समय सितंबर से जून के महीनों के बीच है।

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