मराठवाड़ा में बीते दो महीनों में 135 किसानों ने की आत्महत्या
छत्रपति संभाजीनगर। महाराष्ट्र में मराठवाडा के सभी आठ जिलों में बीते दो महीनों में कर्ज, प्राकृतिक आपदा, सूखे और अन्य कारणों से परेशान 135 किसानों ने आत्महत्या की है। संभागीय आयुक्त आधिकारिक सूत्रों द्वारा सोमवार को यहां जारी की गईर् रिपोर्ट में बताया कि बीड जिले में सबसे अधिक 47 किसानों ने, इसके बाद धाराशिव जिले में 25, नांदेड़ में 17, छत्रपति संभाजीनगर में 13, परभणी जिले में भी 12 किसानों ने, जालना जिले में 11, लातूर जिले में नौ और हिंगोली जिले में दो किसानों ने विभिन्न कारणों से आत्महत्या की है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आत्महत्या के 135 मामलों में से 52 मामले मुआवजे के लिए उत्तरदायी पाए गए हैं। राज्य सरकार के नियमानुसार पांच मृतकों के परिजनों को संबंधित जिला प्रशासन द्वारा मुआवजा दिया गया है। इस बीच, संबंधित जिला प्रशासन द्वारा की गई आधिकारिक पूछताछ के बाद छह मामलों के दावे खारिज किए गए है और बाकी 78 मामले अभी भी पूछताछ के लिए लंबित हैं। इस बीच पिछले दो दिनों से क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है, जिससे कई क्षेत्रों में रबी की फसल को नुकसान पहुंचा है और किसान फिर दहशत में हैं।
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