सिद्धू मूसेवाला के पिता ने खत्म किया धरना, बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए 20 मार्च के बाद CM मान से करेंगे मुलाकात

सिद्धू मूसेवाला के पिता ने खत्म किया धरना, बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए 20 मार्च के बाद CM मान से करेंगे मुलाकात

चंडीगढ़। दिवंगत पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने कहा कि पिछले 10 महीनों में मैं कई बार पुलिस और प्रशासन के पास गया। मुझे आश्वासन दिया गया था। लेकिन यहां जो हो रहा है वह मेरे बच्चे की हत्या को ढकने के लिए किया जा रहा है। मेरे हिस्से में कुछ नहीं जा रहा है। इसलिए मुझे विधानसभा आना पड़ा। बलकौर सिंह ने कहा कि सीबीआई को मामले की जांच करनी चाहिए... ये गैंगस्टर कौन हैं (मामले में गिरफ्तार), ये सिर्फ गुर्गे हैं। उन्होंने पैसे लिए और उसे गोली मार दी। मास्टरमाइंड, जिसने मेरे बेटे को निशाना बनाया, गोल्डी बरार के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है?

बलकौर सिंह ने पंजाब विधानसभा के बाहर धरना खत्म कर दिया है। उनके साथ पत्नी चरण कौर भी थी। बलकौर सिंह ने बेटे के कातिलों को न पकड़ने जाने पर सरकार को घेरा। मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल उनसे मिलने पहुंचे थे।

कुलदीप सिंह धालीवाल ने बलकौर सिंह को आश्वासन दिया है कि 20 तारीख के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान उन्हें जरूर मिलेंगे और इसका न्योता भी वह खुद ही देंगे। जिसके बाद बलकौर सिंह ने धरना खत्म करने का फैसला किया है। सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने मंत्री धालीवाल से कहा कि जेल मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास है, फिर भी जेल में सिद्धू मूसेवाला के कातिलों को मारा गया। जिनके नाम वह ले रहे हैं, उन पर आम आदमी पार्टी की सरकार कार्रवाई नहीं कर रही।

जिस पर कुलदीप धालीवाल ने कहा कि आप धरना न दें। जेल घटनाक्रम पर कार्रवाई हुई है, उसी दिन एक्शन भी लिया गया। जेल अधिकारी छूट गए, यह कोर्ट की कार्रवाई थी। वहीं सिद्धू मूसेवाला को इंसाफ दिलाने के लिए सरकार लगी हुई है। बाहर बैठे हुए गैंगस्टरों को भी पकड़ कर लाया जाएगा। सिद्धू मूसेवाला पूरे पंजाब का बेटा था। हम सभी बैठ कर इसका हल निकालेंगे।

बलकौर सिंह बीते 10 महीनों से इंसाफ की मांग कर रहे हैं। इस समय पंजाब विधानसभा में बजट सेशन चल रहा है। वहीं, कांग्रेस विधायक भी उनके समर्थन में आ गए हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए बलकौर सिंह ने कहा कि अपने बेटे को इंसाफ देने की वह धरने पर बैठे हैं। अपने बेटे के लिए क्या इंसाफ मांगन गलत है। पुलिस ने अभी तक हमला करने वाले, गैंगस्टरों व शूटरों पर कार्रवाई की है। लेकिन इसके पीछे कौन है, उस पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा। बलकौर सिंह ने बताया कि जब तक कांग्रेस की सरकार थी, उनका बेटा सुरक्षित था। AAP सरकार ने आते ही उनके बेटे की सिक्योरिटी वापस ली गई। बलतेज पन्नू ने इसकी जानकारी की पोस्ट डाली। इस संवेदनशील लिस्ट को जनतक किया गया ताकि गैंगस्टरों को पता चल सके कि उनका बेटा निहत्था है। वह इस सरकार से अपने बेटे की इंसाफ की मांग करने आए हैं।

बलकौर सिंह ने कहा कि हम अक चुके हैं। उन्हें AAP सरकार पर यकीन नहीं हैं, यह कुछ तो करें। अब यह चाहे सिक्योरिटी वापस ले लें, लेकिन वह पीछे नहीं हटेंगे। बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए उन्होंने सिर पर कफन डाला है। इंसाफ की मांग करना गलत नहीं है। बलकौर सिंह ने कहा कि उन्हें 18 फरवरी, 24 फरवरी और 27 फरवरी को 3 बार धमकियां आई। 25 अप्रैल तक जान से मार देने की धमकियां दी गई। पुलिस ने उसके बाद जोधपुर से आरोपी को भी पकड़ लिया। लेकिन अब पुलिस बोल रही है कि वह नाबालिग है। उनका सवाल है कि नाबालिग अगर गोली मार कर भी चला जाए तो यह कोई क्राइम नहीं है।

बलकौर सिंह ने कहा कि उनके बेटे की हत्या अगर थार में जवाहरके गांव में न होती तो यह गैंगस्टर घर पर हमला करने की तैयारी में थे। यह गैंगस्टर रात को उनके घर में घुसकर खिड़की से घर के अंदर ग्रेनेड फेंकने वाले थे। बलकौर सिंह ने कहा कि वह आजाद मुल्क में रह रहे हैं, अपने बेटे के इंसाफ की मांग नहीं कर सकते।

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