लालफाटक: अंडरपास पर 10 दिन में वाहन दौड़ाने की तैयारी, लोगों को मिल सकेगी राहत

संपवेल निर्माण के लिए सिग्नल केबिलों को किया शिफ्ट

लालफाटक: अंडरपास पर 10 दिन में वाहन दौड़ाने की तैयारी, लोगों को मिल सकेगी राहत

बरेली, अमृत विचार। लाल फाटक पर दोनों रेलवे क्रासिंग पर बन रहे अंडरपास पर अगले 10 दिन में वाहन दौड़ाने की तैयारी चल रही है। होली के बाद काम ने रफ्तार पकड़ी है। बुधवार को संपवेल निर्माण के लिए रेलवे के एस एंड टी विभाग की केबिलों को शिफ्ट करने का काम किया गया। केबिल हटाने के बाद संपवेल की खोदाई कर अंडरपास से पानी की निकासी दी जाएगी। इसके अलावा अंडरपास की सड़क पर वेयरिंग कोट का काम किया जाना है, जिसको सप्ताह भर में पूरा करने लेने की बात कही जा रही है।

बीते साल अंडरपास का काम शुरू होने से पहले सिग्नल केबिल रोड़ा बन रही थीं, क्योंकि एक भी सिग्नल केबिल कट जाती तो रेल संचालन बाधित हो जाता। बमुश्किल सिग्नल केबिलों को शिफ्ट कर अंडरपास का काम शुरू कराया गया था। अब संपवेल निर्माण में भी यही केबिल बीच में आ रही हैं। जिनको शिफ्ट करने के लिए बुधवार को सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग की टीम मौके पर पहुंची, ताकि संपवेल निर्माण के लिए खोदाई के दौरान केबिल को नुकसान नह पहुंचे।

शाम तक टीमें लाल फाटक पर डटी रहीं। केबिल हटने के बाद खोदाई कर पानी की निकासी दी जायेगी। जिससे बरसात का पानी अंडरपास में नहीं भर सके। वहीं, अंडरपास में सड़क पर वेयरिंग कोट और हाईटगेज लगाने का काम भी बाकी है। उम्मीद जताई जा रही है, कि अगले दस दिन में यह काम भी पूरा कर लिया जायेगा। जिसके बरेली चंदौसी व बरेली लखनऊ रेल मार्गों के नीचे से गुजर रहे अंडरपास से वाहन दौड़ सकेंगे।

दो दर्जन गांव के लोगों को मिलेगी राहत
लाल फाटक पर बरेली लखनऊ व बरेली चंदौसी रेल मार्ग हैं। इन दोनों ही रेल मार्गों की रेलवे क्रासिंग के बीच अभयपुर गांव पड़ता है। इस गांव के लोगों को अंडपास बनने से राहत मिलेगी। इसके अलावा झील गौटिया, बरकलीगंज, चनहेटी, कांधरपुर, बारीनगला, अभयपुर गौटिया समेत लगभग दो दर्जन गांवों को अंडरपास जोड़ने का काम करेगा। जिससे इन गांवों की लगभग 50 हजार आबादी को राहत मिलेगी।

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