कानपुर : सचेंडी बैंक चोरी मामले में गुमनाम पत्र आया सामने, बदली जांच की दिशा

 सचेंडी स्थित बैंक से लाखों रुपये के जेवरों की चोरी का मामला

कानपुर : सचेंडी बैंक चोरी मामले में गुमनाम पत्र आया सामने, बदली जांच की दिशा

कानपुर, अमृत विचार। सचेंडी के भौंती स्थित एसबीआई की शाखा से लाखों रुपये कीमत के जेवरात चोरी करने के मामले में पुलिस अभी किसी नतीजे पर पहुंची ही नहीं थी कि एक गुमनाम पत्र ने पुलिस के जांच की दिशा ही बदल दी। गुमनाम पत्र में चोरी में शामिल कई लोगों के  नाम होने के साथ ही किसने क्या मुहैया कराया यह भी जिक्र किया गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने मामले की जांच डीसीपी पश्चिम को दी है।

बदमाशों ने 23 दिसंबर 2022 को बैंक के बाहर से स्ट्रांग रूम तक सुरंग बनाकर लाखों रुपये कीमत के जेवरात पार दिए थे। मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही बैंक कर्मियों समेत करीब 80 लोगों से पूछताछ की थी। हजारों मोबाइल नंबर खंगाले, लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। इसबीच मंगलवार को एक गुमनाम पत्र पुलिस के पास पहुंचा। उस पत्र में बताया गया है कि बैंक में सेंधमारी करने वाले पहले अर्मापुर कल्याणपुर स्थित यूनियन बैंक में चोरी करने वाले थे, लेकिन बाद में सचेंडी के भौंती स्थित बैंक को निशाना बनाया। वारदात को अंजाम देने से पहले शातिरों ने अपने मोबाइल चालू हालात में घर पर ही छोड़ दिए थे, जिससे कि उनकी लोकेशन न मिल सके।

11 लोगों ने दिया था वारदात को अंजाम

वायरल पत्र में लिखा है कि वारदात को अंजाम देने में रनिया, रातवपुर और कर्नलगंज के 11 लोग शामिल हैं। वारदात को अंजाम देने के लिए रामानंद नामक शख्स ने कार मुहैया कराया था, जबकि विक्रांत ने असलहे। वहीं अमित और मुन्नालाल ड्रिल मशीन लेकर आए थे। आरोप है कि सुलेमान, विक्रांत और शनि चोरी के जेवरात अपने पास रख लिए। हिस्सा मांगने पर कहता है कि पूरा माल बिकने पर रुपये देने की कहता है बात। वहीं मसवानपुर निवासी सोनू नामक युवक कहता है कि अगर कोई पकड़ा गया तो वह उसे छुड़वा लेगा। आरोप है  रामानंद, सुलेमान, विक्रांत और गैंग के अन्य लोग चोरी की सारी रकम हड़पना चाहते हैं। मेरा हिस्सा नहीं मिला तो इनको जान से मार दूंगा।

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