मुरादाबाद : दरियादिल दरोगाजी ने 10,000 रुपये में बेच डाला अनमोल ईमान

देसी शराब के तस्कर पर मेहरबान बने दारोगाजी चर्चा में, उपकार के बदले तस्कर ने किया उपकृत, तब मिली रिहाई

मुरादाबाद : दरियादिल दरोगाजी ने 10,000 रुपये में बेच डाला अनमोल ईमान

मुरादाबाद, अमृत विचार। देसी शराब के एक तस्कर ने चंद रुपये में एक दरोगाजी का अनमोल ईमान खरीद लिया। नोटों की गड्डी से गदगद दरोगाजी ने भी दरियादिली दिखाने में देर नहीं की। चंद घंटे में ही आरोपी को थाने से रिहा कर दिया। उपकार व तस्कर के उपकृत करने का तरीका महानगर की सुर्खी बना है। सौदेबाज वर्दीधारी का खेल देख वह लोग दांतों तले अंगुली दबा रहे हैं, जो देसी शराब की तस्करी जड़ से उखाड़ फेंकने की उम्मीद साहब से पाले बैठे हैं। 

 दरअसल, महानगर में देसी शराब की तस्करी वर्षों से जारी है। रामगंगा की गोद में बैठे माफिया महानगर के कोने-कोने तक कच्ची शराब पहुंचाते हैं। हालात यह है कि शहर में सड़क किनारे कच्ची दारू के मयखाने संचालित हैं। ऐसे ही एक तस्कर पर बुधवार देर शाम पुलिस की नजर पड़ गई। बताया जाता है कि शराब के लिए कुख्यात शहर के एक चौकी क्षेत्र में कच्ची दारू का तस्कर टहल रहा था। मुखबिरों की मदद से पुलिस ने उसे दबोच लिया। 

 पूछताछ में पता चला कि मूलरूप से चौकी क्षेत्र का रहने वाले तस्कर का धंधा पड़ोसी थाना क्षेत्र में वर्षों से फल फूल रहा है। हालांकि, यह भी पता चला कि तस्कर तक कच्ची दारू की आपूर्ति उस क्षेत्र से ही होती है, जिस इलाके की पुलिस ने दबोचा था।  बहरहाल तस्कर को थाने ले जाया गया। इस बीच ही दरोगाजी के शागिर्द भी सक्रिय हो गए। तस्कर के करीबियों से संपर्क साधा। सौदेबाजी शुरू हुई। 

 तस्कर को छोड़े जाने के एवज में 10,000 रुपये चुकता करने की शर्त दरोगाजी के शागिर्द ने रखी। तस्कर के करीबियों ने शर्त स्वीकार कर ली। चूंकि सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्कर को थाने से छोड़े जाने का पुख्ता जवाब साहब को उच्चाधिकारी को देना था। ऐसे में उन्होंने बीच का रास्ता निकाला। कच्ची शराब के एक बड़े तस्कर के पास से महज पांच लीटर दारू बरामद होने की फर्द उन्होंने लिखी। प्रतिफल रहा कि सांप भी मर गया और दरोगाजी की लाठी भी बच गई।

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