हल्द्वानी: तेज बारिश व हवाओं से गेहूं की खड़ी फसल बर्बाद, किसान मायूस
तापमान में आई दो डिग्री सेल्सियस तक गिरावट, बिजली-पानी की सप्लाई भी रही बाधित
हल्द्वानी, अमृत विचार। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बारिश का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। इससे तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आई है। तेज हवाओं और बारिश से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। इससे किसानों के चेहरे मायूस हो गये हैं।
तड़के तीन बजे आसमान में तेज गर्जन और बिजली चमकने के साथ बारिश शुरू हुई, जो दोपहर तक रूक-रूक कर होती रही। करीब डेढ़ बजे बारिश थमने के बाद हल्की धूप खिल उठी। हल्द्वानी में 17 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
शहर का अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। बारिश के दौरान शहर में गई जगहों पर जलभराव की स्थिति बनी रही। पानी के साथ-साथ बिजली की आपूर्ति भी गुल रही। जिस कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
लामाचौड़, फतेहपुर, गौलापार, रामपुर रोड, गोरापड़ाव, हल्दूचौड़, मोटाहल्दू समेत कई क्षेत्रों में बारिश से तेज हवा से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल गिर गई है। इसके अलावा सरसों और लाही की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। किसान नुकसान के लिए कृषि विभाग मुआवजे की गुहार लगा रहे हैं। इधर, बेतालघाट में 189 एमएम, मुक्तेश्वर में 11, नैनीताल में 3, रामनगर 28.5 और कालाढूंगी में 20 एमएम बारिश रिकार्ड हुई है।
किसानों और बागवानों को मुआवजा दे सरकार : यशपाल आर्य
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हो चुकी फसल और बागवानी के लिए किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। पत्र में आर्य ने कहा कि बारिश और तेज हवाओं से तराई-भाबर किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है।
खेतों में खड़ी गेहूं की फसल गिर गई है। फल व सब्जियां नष्ट हो गई है। पहले से महंगाई की मार झेल रहे किसानों पर बारिश आफत बनकर टूटी है। नुकसान का मुआवजा मिलने से उन्हें राहत मिलेगी।
