हल्द्वानीः 'विश्व क्षय रोग दिवस' ट्यूबरक्लोसिस से बचाव की सुविधाएं, फिर भी खतरा ज्यादा
हल्द्वानी, अमृत विचार। जिला स्वास्थ्य समिति ने शुक्रवार को विश्व क्षय रोग दिवस पर शैमफोर्ड स्कूल मोतीनगर में कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसका शुभारंभ एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजेश ढकरियाल, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. हरीश पांडे ने दीप जलाकर किया।
एसीएमओ ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2023 तक टीबी मुक्त का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। कहा कि ट्यूबरक्लोसिस से बचाव के लिए कई सुविधाएं हैं, लेकिन फिर भी देश में ट्यूबरक्लोसिस का खतरा अधिक है। टीबी दुनिया में सबसे घातक संक्रामक रोगों में से एक है।
हर दिन 4100 लोग टीबी से अपनी जान गंवा रहे हैं। अनियंत्रित डायबिटीज, एचआईवी, इम्यूनोथेरेपी, कैंसर, स्टेरॉयड और कुपोषण के मरीजों में ट्यूबरक्लोसिस का खतरा अधिक होता है। वरिष्ठ जिला क्षय रोग अधिकारी ने जनपद में कार्यक्रम, जांच व उपचार केंद्रों की जानकारी दी।
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इस दौरान पोस्टर व निबंध प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेताओं को पुरस्कार दिये गये। इससे पूर्व बच्चों ने जागरूकता रैली निकाली तथा रीच संस्था ने नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर क्षय रोग के बारे में जागरूक किया। कार्यक्रम में लोगों की शुगर की जांच की गई।
इस मौके पर डॉ. राहुल लशपाल, डॉ. पवन द्विवेदी, स्कूल चेयरमैन दयासागर बिष्ट, कार्यक्रम समन्वयक अजय भट्ट, संतोष पांडेय, चेयरपर्सन ऋचा बिष्ट, डायरेक्टर राजेश बिष्ट, कोऑर्डिनेटर कीर्ति चौधरी, प्रशासनिक अधिकारी बीएस मनराल, विनोद खोलिया, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक कमलेश बचखेती, प्रमोद भट्ट, रवि आर्या, विरेन्द्र सिंह भण्डारी, रीच जिला कॉर्डिनेटर किरन असवाल, टीबी चैंपियंस आदि मौजूद थे।
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