Video: PM मोदी ने कर्नाटक में मुफ्त सेवाएं देने वाले मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का किया उद्घाटन
चिक्कबल्लापुर (कर्नाटक)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिक्कबल्लापुर जिले में मुद्देनहल्ली के सत्य साई ग्राम में निशुल्क सेवाओं के लिए स्थापित श्री मधुसूदन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (एसएमएसआईएमएसआर) और श्री सत्य साई राजेश्वरी मेमोरियल ब्लॉक का शनिवार को उद्घाटन किया।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि एसएमएसआईएमएसआर अस्पताल की स्थापना श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमन एक्सीलेंस ने की है। इसमें कहा गया है कि एक ग्रामीण क्षेत्र में स्थित और चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा के गैर-व्यावसायीकरण की दृष्टि से स्थापित किया गया एसएमएसआईएमएसआर सभी को पूरी तरह निःशुल्क चिकित्सा शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल की सुविधा प्रदान करेगा। विज्ञप्ति के अनुसार, यह संस्थान शैक्षणिक वर्ष 2023 से अपना कामकाज शुरू कर देगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु मेट्रो की कृष्णाराजपुरा मेट्रो लाइन के लिए व्हाइटफील्ड (कडुगोडी) का उद्घाटन किया।
Elated to be in Karnataka! Speaking at inauguration of Sri Madhusudan Sai Institute of Medical Science & Research in Chikkaballapur. https://t.co/wcv8Mttjjb
— Narendra Modi (@narendramodi) March 25, 2023
PM @narendramodi is on board the Bengaluru Metro, interacting with people from different walks of life. pic.twitter.com/RKdLSXMucw
— PMO India (@PMOIndia) March 25, 2023
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि दी
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को जिले के मुद्देनहल्ली में दूरदर्शी, सिविल इंजीनियर, प्रशासक और राजनेता सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को उनके जन्म स्थान पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने सर एम विश्वेश्वरैया के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और बाद में उन्हें समर्पित संग्रहालय का दौरा किया, जिसमें उनका कुछ सामान रखा है।
इस दौरान उनके साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी रहे। विश्वेश्वरैया तत्कालीन देसी रियासत मैसूरू के 19वें दीवान थे और वह 1912 से 1918 तक इस पद पर थे। आधुनिक मैसूरु (अब कर्नाटक) के निर्माता माने जाने वाले विश्वेश्वरैया के जन्मदिन 15 सितंबर को हर साल 'अभियंता दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
उनका जन्म 1861 में हुआ था। उन्हें मांड्या के पास कृष्णा राजा सागर बांध सहित देश में विभिन्न बांधों के डिजाइन और निर्माण का श्रेय दिया जाता है। वह पुराने मैसूरु क्षेत्र में काफी सम्मानित हस्ती हैं और मैसूरु के महाराजा नलवाड़ी कृष्णराज वाडियार के साथ उनके चित्र आज भी क्षेत्र के कई घरों में मिल सकते हैं। उनका निधन 100 वर्ष की उम्र में अप्रैल 1962 में हुआ था।
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