राज्यसभा में हंगामे की भेंट चढ़ा शून्यकाल और प्रश्नकाल, बैठक दोपहर दो बजे तक स्थगित

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Published By Vishal Singh
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नई दिल्ली। अडाणी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों का हंगामा सोमवार को भी जारी रहा जिसके कारण उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया तथा बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

बैठक शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाना शुरू किया। इस बीच विपक्षी सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस के सदस्य काले कपड़े पहने हुए थे जबकि तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने चेहरे पर काले रंग के मास्क लगाए हुए थे। कुछ सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से, कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर की गई उनकी टिप्पणी के लिए माफी की मांग को लेकर नारे लगाए।

इस दौरान पुरी सदन में उपस्थित थे। हंगामे के बीच ही सभापति ने दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और बैठक को, शुरू होने के करीब तीन मिनट के भीतर ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। समझा जाता है कि कांग्रेस सदस्यों ने पार्टी के नेता एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को, मानहानि के एक मामले में सूरत की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने तथा दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद, लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित किए जाने के विरोध में काले कपड़े पहने हुए थे।

अमेरिकी ‘‘शार्ट सेलर’’ कंपनी हिंडनबर्ग द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों ने ‘‘मोदी अडाणी भाई भाई’’ के नारे भी लगाए। अडाणी समूह ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है।

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