कर्नाटक विधानसभा चुनाव: दागी विरुपक्षप्पा सहित सात बीजेपी विधायकों को नहीं मिला टिकट

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Published By Moazzam Beg
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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)ने कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए जारी दूसरी सूची में अपने दागी विधायक मदल विरुपक्षप्पा सहित सात मौजूदा विधायकों का नाम सूची से हटा दिया है। इसे यह नए चेहरों को मैदान में उतारने की रणनीति माना जा रहा है। बुधवार देर रात 23 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की गई। भाजपा ने 11 अप्रैल को घोषित अपनी पहली सूची में 189 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है जिनमें 52 नए चेहरे हैं। 

पार्टी ने विरुपक्षप्पा, जिन्हें रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया गया था उन्हे चन्नागिरि विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं दिया। अन्य मौजूदा विधायक जिन्हें टिकट से वंचित रखा गया है उनमें सर्वश्री नेहरू ओलेकर (हावेरी), एन लिंगाना (मायाकोंडा), और सुकुमार शेट्टी (बिंदूर एसी), एमपी कुमारस्वामी (मुदिगेरे एसी), सीएम निंबनवर (कालाघाटगी एसी), एसए रवींद्रनाथ (दावणगेरे नॉर्थ एसी) शामिल हैं। 

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पार्टी ने वी सोमन्ना के बेटे अरुण और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के राजनीतिक सचिव संतोष को क्रमशः गुब्बी और अर्सीकेरे निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने से इनकार कर दिया है। भाजपा ने अभी तक हुबली-धारवाड़ सेंट्रल और शिवमोग्गा के लिए उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, जिनका प्रतिनिधित्व क्रमश पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और पूर्व उप मुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा करते हैं। शेट्टार ने नयी दिल्ली में भाजपा 

अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और बुधवार को अपने वर्तमान निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का दावा किया। हाल ही में भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस नेता नागराज छब्बी को कलघाटगी से टिकट मिला है। गवी सिदप्पा को हावेरी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है, जबकि शिव कुमार को चन्नागिरि सीट से टिकट मिला है। गुरुराज गंटीहोल को बिंदूर सीट से टिकट दिया गया है, जबकि दीपक डोड्डैया को मुदिगेरे के लिए चुना गया है। 

पार्टी ने दूसरी सूची में दो महिला उम्मीदवारों ललिता अनापुर और अश्विनी सम्पंगी के नामों की भी घोषणा की। जिन्हें क्रमशः गुरमितकल और कोलार गोल्ड फील्ड से मैदान में उतारा गया है। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 13 अप्रैल से शुरू होकर 20 अप्रैल तक चलेगी। पहली सूची में कम से कम नौ विधायकों का टिकट काट दिया गया था। इस घोषणा से सावदी सहित कुछ वरिष्ठ नेताओं में खलबली मच गई जिन्होंने इसको लेकर पहले भी अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। पार्टी ने पहली सूची में अन्य पिछड़े समुदाय के 32, अनुसूचित जाति के 30 और अनुसूचित जनजाति के 16 उम्मीदवारों को भी टिकट दिया है। 

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