संभल : अपनाया अतीक की हत्या वाला तरीका और मार दी सिर में गोली

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Published By Priya
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माफिया की हत्या का लाइव वीडियो देखकर आया आइडिया

संजय की फाइल फोटो।

भीष्म सिंह देवल/संभल, अमृत विचार। टेलीविजन पर पुलिस हिरासत में माफिया अतीक अहमद की लाइव हत्या का दृश्य देख कर समझ में आया कि सिर में गोली मारने से आदमी की जिंदा बचने की उम्मीद नहीं रहती। बस वही तरीका अपनाया और जब पत्नी का प्रेमी सामने आया तो तमंचा सटाकर उसके सिर में गोली मार दी।

जनपद के कैला देवी थाना क्षेत्र में पत्नी के प्रेमी गुन्नौर के अकबराबाद निवासी संजय की 23 अप्रैल को हुई हत्या के आरोप में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये प्रेमिका के पति घलेन्द्र सिंह ने संजय की हत्या का राज खोलते समय जब यह बात बताई तो पुलिस भी चौंक गई। घलेंद्र ने बताया कि संजय के साथ पत्नी प्रीति के प्रेम-संबंध की वजह से घर में वर्षों तक कलह रही। पत्नी को कई बार समझाया मगर वह नहीं मानी। इसी विवाद के चलते पत्नी एक साल पहले अपने मायके चली गई। महीना भर पहले पत्नी ने फोन करके संजय से पीछा छुड़ाने में मदद मांगी।

 तब उसे भी लगा कि संजय नहीं रहेगा तो सब कुछ ठीक हो जायेगा और पत्नी भी उसके पास आकर रहने लगेगी। गांव के ही माधवेश व दोस्त पप्पू के साथ मिलकर संजय की हत्या की योजना बना रहे थे। मगर यह तय नहीं हो रहा था कि हत्या किस तरीके से की जाए। तभी 16 अप्रैल को मोबाइल और टेलीविजन पर माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या का लाइव वीडियो देखा। घलेन्द्र ने बताया कि इस वीडियो देखते ही एक ही बात समझ में आई कि सिर पर गोली मारने से पल भर में ही आदमी मर जाता है। उसके जिंदा बचने की रत्तभर भी गुंजाईश नहीं रहती। 

तभी सोच लिया था कि संजय को अतीक की तरह ही मारेंगे। 23 अप्रैल को संजय की हत्या करने निकले। संजय सामने दिखा तो उसके सिर पर तमंचा सटाकर गोली मार दी। अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र ने बताया कि जिस तरह घलेन्द्र व उसके साथियों ने संजय के सिर में गोली मारी उससे यह तो साफ हो गया था कि सब कुछ सोच समझकर और योजनाबद्ध तरीके से ही किया गया था।

संजय के मोबाइल पर प्रेमिका की 40 काल ने खोला राज
कैला देवी थाना क्षेत्र में 23 अप्रैल की रात साढ़े आठ बजे संजय की हत्या के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। संजय के शव के पास ही उसका मोबाइल फोन पड़ा था। इसी मोबाइल ने हत्या का राज खोल दिया। हत्याकांड की जांच टीम में शामिल दरोगा रोशन सिंह ने बताया कि मोबाइल की कॉल डिटेल देखकर पता चला कि प्रीति ने सुबह से रात बजे तक संजय के मोबाइल पर 40 कॉल की थीं। उसने पति घलेन्द्र को भी दर्जनों बार फोन किया था। प्रीति संजय से हर बार यही पूछती थी कि कहां तक पहुंच गए। इसके बाद संजय की लोकेशन अपने पति घलेंद्र को बताती रही। संजय के मोबाइल की कॉल डिटेल की जांच से हत्यारों तक पहुंचने का रास्ता आसान हो गया।

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