लखनऊ: युवक की जहर खाने से गई जान, सदमे में मां को पड़ा हार्ट अटैक, 45 दिन पहले पिता और छोटे भाई की हुई थी मौत

लखनऊ: युवक की जहर खाने से गई जान, सदमे में मां को पड़ा हार्ट अटैक, 45 दिन पहले पिता और छोटे भाई की हुई थी मौत

लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी के मौसम बाग इलाके में करीब 46 दिन पहले युवक की मौत हार्ट अटैक से हुई, जिससे दुखी हुये मृतक युवक के पिता ने आत्महत्या कर ली। इस घटना को 45 दिन ही बीते थे कि 15 मई यानी की सोमवार को मृतक युवक के बड़े भाई ने पिता और छोटे भाई की मौत से दुखी होकर जहर खा लिया। जिसके बाद सदमें के चलते मां को भी हार्ट अटैक पड़ गया और वह अस्पताल में भर्ती है। डेढ़ महीने के भीतर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से पूरे इलाके में सनसनी है।

दरअसल, नागेंद्र प्रताप सिंह अपने बेटे सूरज प्रताप सिंह  और बहू रूबी के साथ लखनऊ के मौसम बाग में रह रहे थे। नागेंद्र प्रताप सिंह के दो पोते भी थे। जिसमें बड़े वाले पोते का नाम श्रीकांत और कृण्णकांत था। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग नागेंद्र प्रताप सिंह के पास गांव में काफी जमीने हैं। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी थी।

बीते 31 मार्च को बुजुर्ग नागेंद्र के ऊपर जो दुखों का पहाड़ टूटना शुरू हुआ। उसने 15 मई तक पूरे परिवार को ही निगल लिया। 31 मार्च को इलाज के दौरान नागेंद्र के छोटे पोते कृण्णकांत की मौत दिल का दौरा पड़ने से हो जाती है। जिसके सदमें में पिता सूरज प्रताप गोली मारकर आत्महत्या कर लेते हैं। अभी डेढ़ महीना ही बीता था कि नागेंद्र के बड़े पोते श्रीकांत ने जहर खाकर जान दे दी। वहीं दोनों बेटों की मौत से दुखी मां को हार्ट अटैक पड़ गया।

पिता और भाई की मौत से दुखी था श्रीकांत
बेटे और दो पोतों की मौत से दुखी बुजुर्ग नागेंद्र कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं। रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने श्रीकांत के अन्तिम संस्कार को कराया। बताया जा रहा है श्रीकांत की नौकरी कोरोना काल के दौरान छूट गई थी। वहीं पिता और छोटे भाई की मौत ने उसे तोड़कर रख दिया था। बताया जा रहा है कि इन्हीं सब बातों से दुखी होकर उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया होगा। हालांकि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

यह भी पढ़ें:-समीक्षा के दौरान बोले सीएम योगी- विकास में आमजन को सहभागी बनाने के लिए जल्‍द शुरू होगी 'मातृभूमि योजना'