SGPC ने दिल्ली धरने पर बैठे ओलंपियन पहलवानों का किया समर्थन

SGPC ने दिल्ली धरने पर बैठे ओलंपियन पहलवानों का किया समर्थन

अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे ओलंपियन पहलवानों के संघर्ष को समर्थन देने का ऐलान किया है। एसजीपीसी की अंतरिम समिति की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए एसजीपाीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि एक तरफ सरकारें बालिकाओं के उत्थान की बात करती हैं, वहीं दूसरी ओर ओलंपियन लड़कियां जो देश का नाम रोशन कर रही हैं, वे न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि यह मामला लड़कियों के मान-सम्मान से जुड़ा है, जिसके प्रति सरकार को गंभीरता दिखानी चाहिए और आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। एडवोकेट धामी ने कहा कि सिख समुदाय अपने इतिहास, रीति-रिवाजों और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करके इन संघर्षरत खिलाड़ियों का समर्थन करता है। शिरोमणि कमेटी की ओर से जल्द ही इन खिलाड़ियों से मिलने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली भेजा जाएगा।

शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष ने बैठक के अन्य फैसलों के बारे में बताया कि सोशल मीडिया पर सिख विरोधी नैरेटिव बनाने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि आंतरिक समिति ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है। एडवोकेट धामी ने कहा कि कई सोशल मीडिया फोरम और अकाउंट लगातार सिखों के खिलाफ झूठा और घृणित प्रचार कर रहे हैं, जिस पर सरकारें कार्रवाई नहीं कर रही हैं।

ऐसे कई खातों की शिनाख्त कर शिरोमणि कमेटी ने पुलिस प्रशासन को शिकायत भी भेजी है। शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि अब यह मामला सबूतों के साथ केन्द्र सरकार को सौंपा जाएगा और अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मामला कोर्ट में ले जाया जाएगा। उन्होंने पंजाब में चल रही ईशनिंदा और गुरुद्वारा साहिबों की बेअदबी की घटनाओं पर सरकार की उदासीनता की भी तीखी आलोचना की।

उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि पंजाब में धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने वालों का हौसला लगातार बढ़ता जा रहा है। पंजाब सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि समिति की आंतरिक समिति ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त की और इस मामले को केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास रखने का फैसला किया। धामी ने कहा कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाना चाहिए और समय रहते अनुकरणीय सजा दी जानी चाहिए।

उन्होंने गुरुद्वारा कमेटियों और संगत से भी गुरु घर के अंदर हर समय चौकसी सुनिश्चित करने की अपील की। इसके साथ ही एडवोकेट धामी ने कहा कि शिरोमणि कमेटी ने गुरुद्वारा गुरु डंगमार सिक्किम और गुरुद्वारा तपोस्थान गुरु नानक देव जी मेचुका अरुणाचल प्रदेश के मामलों को लेकर कमेटियां बनाई हैं, जिन पर जल्द ही संबंधित सरकारों से चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि ये दोनों मामले बौद्धों से जुड़े हैं, इसलिए प्रतिनिधिमंडल दलाई लामा से भी मुलाकात करेगा।

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