हल्द्वानी: अरे भाई गर्मी की छुट्टियां पड़ चुकी हैं, अब तो घूम आइए कुश कल्याण बुग्याल...

हल्द्वानी: अरे भाई गर्मी की छुट्टियां पड़ चुकी हैं, अब तो घूम आइए कुश कल्याण बुग्याल...

हल्द्वानी, अमृत विचार। गर्मियों की छुट्टियां पड़ चुकी हैं अब आप प्लान बना रहे होंगे की इस बार उत्तराखंड की कौन सी वादियों में घूमा जाए तो इस बार हम आपको बता दें कि आपके लिए बेस्ट है  कुश कल्याण बुग्याल, जी हां यहां की अलौकिक सुंदरता आप देखते रह जाएंगे और मखमली घास की हरी चादर में जी भर कर लोट आप आनंदित महसूस करेंगे।

कुश कल्याण बुग्याल के बारे में कम ही लोग जानते हैं, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। समुद्र तल से 13,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस बुग्याल को बेलक-कुश कल्याण बुग्याल के नाम से भी जाना जाता है। मखमली हरी चादर की तरह दिखने वाला ये बुग्याल 25 किलोमीटर वर्ग क्षेत्र में फैला हुआ है। कहा जाता है कि स्वर्गारोहण के समय पांडव इन्हीं बुग्यालों से होकर गुजरे थे। एक समय था जब यहां से चारधाम के तीर्थयात्री गुजरते थे लेकिन अच्छी सड़क और रास्ते बनने के बाद इस रास्ते से अब कम लोग ही जाना पसंद करते हैं।

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यहां पहुंचने के लिए आपको एक लंबा ट्रेक करना पड़ता है। उत्तरकाशी जिले से इस बुग्याल के लिए पांच रास्ते हैं और एक रास्ता टिहरी के बूढ़ाकेदार से होकर जाता है। कुश कल्याण बुग्याल तक जाने का सबसे बढ़िया रास्ता मल्ला गांव से माना जाता है। 

सबसे पहले आपको उत्तरकाशी पहुंचना होगा जिसके  बाद आपको मल्ला गांव जाना होगा, उत्तरकाशी से मल्ला 27 किमी. की दूरी पर है। मल्ला गांव में रात रुकने के बाद अगले दिन से शानदार ट्रेक करते हुए आप गैरी पहुंचेंगे जो तकरीबन 8 किमी. की दूरी पर है। मल्ला गाँव से ट्रेक करते हुए आगे बढ़ेंगे तो रास्ते में सिला गांव मिलेगा। सिला गांव समुद्र तल से 2,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। घने जंगलों को पार करने के बाद आप गैरी कैंप पहुंचेंगे। पहले दिन का ट्रेक आसान तो होगा लेकिन थकावट भी काफी होगी। यहां आपको बर्फ से ढंके पहाड़ दिखाई देंगे।

तीसरे दिन आप गैरी कैंप से कुश कल्याण बुग्याल के निकलेंगे जो कि 10 किमी. की दूरी पर है। रास्ते में आपको जंगल, खूबसूरत घास के मैदान और छोटी-छोटी पानी की धाराएं मिलेंगी। जब आप कुश कल्याण बुग्याल पहुंचेंगे तो नजारा देखकर इस ट्रेक की सारी थकावट भूल जाएंगे। आप इस पल को जीना चाहेंगे। ऐसे नजारे आपको रोज-रोज नहीं मिलेंगे। इस खूबसूरत बुग्याल में कैंप लगाइए और रात में आराम कीजिए।

यहां पहुंचने के बाद कुश कल्याण बुग्याल से आपको दो रास्ते मिलेंगे। एक रास्ता लता गांव से होकर जाएगा और दूसरा पिनसर गांव से होकर गुजरेगा। आप इनमें से किसी भी रास्ते से आगे बढ़ सकते हैं। इस दिन आपको 10 किमी. का ट्रेक करना होगा। आपको बेहद खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे। और आप यहां से मल्ला गांव वापस लौट सकते हैं। 

कुश कल्याण बुग्याल उत्तराखंड की शानदार जगहों में से एक है। इस बुग्याल का ट्रेक करने का सबसे सही समय मई-जून और सितंबर-अक्टूबर बेस्ट है इस दौरान मौसम खुला रहता है और यहां का सौंदर्य देखने लायक होता है। 

फोटो एवं वर्णन साभार - मुसाफिर रिशभ