बरेली: न बारिश न जागरूकता, सूख रही धरा की कोख

लगातार गिर रहा भू-गर्भ जल स्तर, प्री मानसून सर्वे के लिए विभाग ने जिले भर में टीमों को भेजा

बरेली: न बारिश न जागरूकता, सूख रही धरा की कोख

बरेली, अमृत विचार। अधिक जल दोहन से धरा की कोख सूख रही है। पानी की फिजूल खर्ची रोकन के सरकारी दावे नाकाफी साबित हो रहे हैं। जिले में लगातार भू-गर्भ जल स्तर गिरता जा रहा है। प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। पानी की बचत करने के लिए लोग भी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं। अभी बारिश का क्रम जारी नहीं हुआ है, लेकिन भू-गर्भ जल विभाग की टीमें प्री-मानसून सर्वे करने के लिए रवाना हो चुकी हैं।

भू-गर्भ जल विभाग के सीनियर हाइड्रियोलॉजिस्ट गणेश नेगी ने बताया कि जिले में हर साल दो बार प्री और पोस्ट मानसून सर्वे किया जाता है। प्री-मानसून सर्वे के लिए टीमों को रवाना कर दिया गया है। मई के अंत तक रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। जिले में चार ब्लॉक बहेड़ी, नवाबगंज, मीरगंज और आंवला संवेदनशील हैं। वहीं, शहर में सिविल लाइंस की स्थिति काफी खराब है।

नोटिस के बाद भी नहीं चेत रहे जिम्मेदार
बीते दिनों भू-गर्भ जल विभाग ने एनओसी न लेने वाले 100 से अधिक निजी अस्पतालों को नोटिस जारी किया था। हालांकि, अब एनओसी के लिए आवेदन करने वाले अस्पतालों की कुछ संख्या बढ़ी है, मगर कई अन्य संस्थानों ने अभी तक एनओसी के लिए आवेदन नहीं किया है।

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