हल्द्वानी: कौशलम पाठ्यक्रम - पढ़ाई के साथ कौशल का भी होगा विकास 

हल्द्वानी: कौशलम पाठ्यक्रम - पढ़ाई के साथ कौशल का भी होगा विकास 

दीप नेगी, हल्द्वानी,अमृत विचार। स्कूली छात्र-छात्राओं को अब पढ़ाई के साथ कौशल विकास की भी जानकारी दी जाएगी। ताकि भविष्य में वह उद्यमिता से जुड़कर स्वरोजगार कर सकें। जिले के 96 राजकीय विद्यालयों का 'कौशलम पाठ्यक्रम' के लिए चयन किया गया है। बकायदा 200 शिक्षकों को इसका प्रशिक्षण भी दिया गया है। 
 

जुलाई से इन विद्यालयों में कक्षा 9,10, और 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को सप्ताह में दो दिन उद्यमिता विकास से जोड़ने के लिए व्यवसायिक शिक्षा की भी जानकारी दी जाएगी। 'कौशलम पाठ्यक्रम' के तहत विद्यार्थियों की हर प्रकार की काउंसिलिंग की जाएगी। विद्यार्थियों की उद्यमशील मानसिकता के विकास के लिए शिक्षकों को बच्चों की रुचि को पहचानना होगा। साथ ही उनकी रुचि से संबंधित उद्यम के लिए तैयार करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ध्यान में रखते इसे शुरू किया गया है। 

कार्यक्रम समन्वयक व डायट प्रवक्ता भीमताल डॉ. ज्योतिर्मय मिश्रा ने बताया कि जुलाई से नैनीताल जिले के 96 विद्यालयों में कौशल पाठ्यक्रम भी पढ़ाया जाएगा। सप्ताह में दो दिन इसकी पढ़ाई होगी। नई शिक्षा नीति के तहत इसे शुरू किया गया है। ताकि भविष्य में विद्यार्थी रोजगार न मिलने पर स्वरोजगार कर सकें। 

पाठ्यक्रम के तहत बच्चों की उद्यमशील मानसिकता को पहचानने के साथ ही उन्हें कौशल विकास लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की रिपयेरिंग, डेकारेशन, सोशल मीडिया, ऐपण, पहाड़ी टोपी, पहाड़ी उत्पाद आदि स्वरोजगारपरक विषयों की उन्हें जानकारी देने के साथ ही शिक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षित भी किया जाएगा। कौशल पाठ्यक्र के पहले चरण में वर्ष 2022 में जिले के 48 विद्यालयों में इसे शुरू किया गया था। कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए इस बार विद्यालयों की संख्या बढ़ाई गई है।