तेजिंदर पाल तूर ने अपना एशियाई रिकॉर्ड तोड़ विश्व चैम्पियनशिप के लिए किया क्वालीफाई, मुरली श्रीशंकर ने लंबी कूद में स्वर्ण जीता
भुवनेश्वर। भारत के शीर्ष गोला फेंक एथलीट तेजिंदर पाल तूर ने सोमवार को यहां राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप के अंतिम दिन 21.77 मीटर के थ्रो से अपना एशियाई रिकॉर्ड तोड़कर विश्व चैम्पियनशिप के लिये क्वालीफाई किया। पंजाब का प्रतिनिधित्व कर रहे तूर का एशियाई रिकॉर्ड 21.49 मीटर का था जो उन्होंने 2021 में पटियाला में बनाया था। इस 28 साल के एथलीट ने कलिंग स्टेडियम में तीसरे थ्रो में 21.77 मीटर दूर गोला फेंका जो इस सत्र में विश्व में नौंवा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। विश्व चैम्पियनशिप का क्वालीफाइंग मानक 21.40 मीटर का है। उन्होंने एशियाई खेलों के लिए भी क्वालीफाई किया जिसका क्वालीफाइंग मानक 19 मीटर का है।
New NR 🚨 at the 62nd National Inter State Senior Athletics Championship#ShotPut#TOPSchemeAthlete Tajinderpal Singh Toor produces a throw of 21.77m in his 3⃣rd attempt. pic.twitter.com/ExpK2Ttmbi
— SAI Media (@Media_SAI) June 19, 2023
एशियाई खेलों के मौजूदा स्वर्ण पदक विजेता तूर ने पहले थ्रो में 21.09 मीटर की दूरी तय की। उनका दूसरा थ्रो फाउल रहा जिसके बाद उन्होंने एशियाई रिकॉर्ड तोड़ दिया। अगले दो प्रयास भी फाउल रहे और उन्होंने अंतिम प्रयास नहीं किया। पंजाब के ही करणवीर सिंह 19.78 मीटर के थ्रो से दूसरे स्थान पर रहे, उन्होंने भी एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाई किया जबकि ज्योति याराजी को सर्वश्रेष्ठ महिला एथलीट चुना गया जिन्होंने 100 मीटर और 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीते। तूर ने कहा, ‘‘मेरी ट्रेनिंग योजना के अनुसार रही और मैं 21 मीटर की दूरी तय करने के लिये तैयार था। अब मेरी योजना 22 मीटर पार करने की है।
वहीं लंबी कूद के स्टार एथलीट मुरली श्रीशंकर ने 8.29 मीटर से अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ चौथा प्रयास किया जिससे उन्होंने आसानी से स्वर्ण पदक जीत लिया। उन्होंने 8.03 मीटर से शुरुआत की और दूसरे थ्रो में दिन का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। अगले चार प्रयास फाउल रहे। तमिलनाडु के जेस्विन एल्ड्रिन 7.98 मीटर की कूद से दूसरे स्थान पर रहे, उन्होंने भी एशियाई खेलों का 7.95 मीटर का क्वालीफाइंग मानक पूरा किया।
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श्रीशंकर ने कहा, मैंने स्वर्ण पदक जीता लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हूं क्योंकि मैं और ऊंची कूद लगा सकता था। केरल की एंसी सोजान ने भारत की नंबर एक शैली सिंह को पछाड़कर महिलाओं की लंबी कूद का स्वर्ण पदक जीता। सोजान ने 6.51 मीटर की कूद लगायी। उत्तर प्रदेश की शैली ने अपने दूसरे प्रयास में दिन की सर्वश्रेष्ठ 6.49 मीटर की कूद लगायी। इन दोनों ने एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाई किया जिसका क्वालीफाइंग मानक 6.45 मीटर का है।
भाला फेंक सपर्धा में उत्तर प्रदेश के रोहित यादव, ओडिशा के किशोर कुमार जेना और उत्तर प्रदेश के शिवपाल सिंह ने 78.23 मीटर के क्वालीफाइंग मानक को हासिल कर एशियाई खेलों के लिये क्वालीफाई किया। रोहित ने 83.28 मीटर भाला फेंका जबकि किशोर और शिवपाल ने क्रमश: 82.87 मीटर और 81.96 मीटर की दूरी तय की। दिल्ली की केएम चंदा और हरमिलन बैंस ने महिलाओं की 800 मीटर रेस में हांगजोऊ एशियाई खेलों का क्वालीफिकेशन समय हासिल किया जो 2:04.57 सेकेंड का है। चंदा ने 2:03.82 सेकेंड के समय से पहला जबकि बैंस ने 2:04.04 सेकेंड से दूसरा स्थान हासिल किया। मध्य प्रदेश की केएम दीक्षा ने 2:04.35 सेकेंड के समय से कांस्य पदक जीता। चंदा ने महिलाओं की 1500 मीटर स्पर्धा का कांस्य पदक हासिल किया।
भारत की बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता अनु रानी ने महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा में एशियाई खेलों का टिकट कटाया। उन्होंने 58.22 मीटर दूर भाला फेंका जो एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग मानक 56.46 मीटर से बेहतर था। हरियाणा की 16 साल की पूजा ने महिलाओं की ऊंची कूद में 1.80 मीटर के प्रयास से एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग मानक की बराबरी की। असम के अमलान बोरगोहेन ने पुरुषों की 200 मीटर स्पर्धा में 20.72 सेकेंड से स्वर्ण पदक जीता लेकिन वह एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग मानक 20.61 सेकेंड से पिछड़ गये।
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