बरेली: 'हर घर रहेगा योग, लोग रहेंगे निरोग', बस रखें इन बातों का खास ख्याल

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Published By Vishal Singh
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विकास यादव/बरेली, अमृत विचार। योग का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व है। जैसे हम लोग खाने-पीने से लेकर अन्य चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं, इसी तरह से योग को हमें अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। स्वस्थ शरीर ही सफलता की कुंजी माना जाता है। इसके साथ ही योग हमारे मस्तिष्क को सही रखता है, जिस कारण हम लोग डिप्रेशन के शिकार होने से बच सकते है।

एक स्वस्थ शरीर में योग का क्या महत्व है इस बारे में योग टीचर मीना सोंधी ने बताया कि योग हमारे कल्चर में शामिल था। जिसे हम भूल गए। जिसके कारण अब हमें बीमारियों ने घेरना शुरू कर दिया है। योग करने से जब हमारी रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ जाएगी तो हमें बीमारी नहीं घेर सकती। अगर घर का एक सदस्य बीमार हो जाता है तो सारी व्यवस्था बिगड़ जाती है। बीमारी से पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है। इलाज में सारा रुपए गवां दिए जाते हैं। इसलिए हमें योग जरूर करना चाहिए जिससे हम रोगों से दूर रहें।

नेचुरोपैथी से लेकर स्टीम वाथ तक है योग में शामिल
योग में केवल आसन नहीं आते है। इसका हिस्सा नेचुरोपैथी , मसाज थेरैपी, स्टीम वाथ से लेकर गर्म पट्टी और ठंडी ओटी भी शामिल है। इस तरह के योग से हम अपने शरीर की झुर्रियों को दूर कर सकते है।

प्राणायाम से होता है नकारात्मकता दूर
सभी को नियमित रूप से योग करना चाहिए। योग करने से शरीर स्वस्थ रखता है। इसके साथ हमें योग से सिखाया जाता है कि मन को कैसे शांत रखे। इसके लिए हमें प्राणायाम करना चाहिए। प्राणायाम करने से मन शांत रहता है और क्रोध नहीं आता है। जब हमें क्रोध नहीं आएगा तो हमसे अपराध भी नहीं होंगे। प्राणायाम हमारी नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर देगा।

अनुलोम, विलोम से होने वाले लाभ
फेफड़े शक्तिशाली होते हैं। सर्दी, जुकाम व दमा की शिकायतों से काफी हद तक बचाव होता है। हृदय बलवान होता है। गठिया के लिए फायदेमंद है। मांसपेशियों की प्रणाली में सुधार करता है। पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है। तनाव और चिंता को कम करता है। पूरे शरीर में शुद्ध ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है।

कपालभाति प्राणायाम के लाभ
कपालभाति प्राणायाम अतिरिक्त वात, पित्त और कफ को संतुलित करता है। फेफड़ों और श्वसन प्रणाली को साफ करता है। परिसंचरण में सुधार, विशेष रूप से सिर में होता है। मानसिक विकारों को दूर करने में मदद करता है। अनिद्रा को दूर करता है, शरीर और मस्तिष्क में स्फूर्ति आती है। माथे को ठंड रखता है। इसका अभ्यास करने से पाचन अंगों में सुधार और भूख में सुधार होता है। खून को साफ करता है। विषाक्त पदार्थों को शरीर से मुक्त करता है। रक्त कोशिकाओं में ऑक्सीजन को बढ़ाता है और रक्त को शुद्ध करता है।  कपालभाति प्राणायाम करने से याददाश्त बढ़ती है और दिमाग तेज होता है। कपालभाति प्राणायाम विषाक्त पदार्थों शरीर से बाहर निकलते हैं। इस प्राणायाम से अस्थमा के रोगियों को काफी फायदा पहुंचता है।

मोटापा दूर करने के लिए सूर्य नमस्कार योग
हमारे शरीर में मोटापा कई बीमारियों की जड़ है मोटापे से कई बीमारी होती है जैसे शुगर हाई ब्लड प्रेशर कुकर में दर्द अस्थमा समेत कई बीमारियों की जननी मोटापे  को माना गया है। मोटापा दूर करने के लिए सबसे पहले हमें सूर्य नमस्कार के 12 आसन को करना चाहिए जिसमें स्वप्न क्रियाओं का अभ्यास कर मोटापे को दूर कर सकते हैं सूर्य नमस्कार से हमें कई फायदे हैं ब्लड प्रेशर से लेकर शुगर अस्थमा आदि बीमारियों को रोका जा सकता है यह योग प्रशिक्षक के सानिध्य में करना चाहिए स्वास को  किस तरह से छोड़ना है किस तरह से लेना है ।इसका विशेष ध्यान रखा जाता है।

योग करते समय रखें इन खास बातों का ध्यान
योग करते समय हमें कपड़े ढीले पहनना चाहिए। संभव हो तो सुबह के समय योग करें। सुबह ऑक्सीजन का लेवल बढ़ा हुआ होता है। पेट को साफ करने के बाद ही आसन करें। धनुरासन, भुजंगासन ,सर पाचन शशांक आसन, मर्कटासन आदि से हम कई बीमारियों को दूर कर सकते हैं। इसके साथ ही हमें संतुलित खानपान का ध्यान रखना चाहिए। चिकनाई युक्त चीजों से बचना चाहिए। जितनी भोजन की जरूरत हो उतना ही ले।

हमें योग को अपने कल्चरल में शामिल करना चाहिए। माता-पिता को चाहिए कि वह पहले खुद योगाभ्यास करें। उसके बाद अपने बच्चों को इसकी शिक्षा दें। योग करने से हम बीमारियों से दूर रहते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी को योग के प्रति जागरूक कर रहे हैं। इसलिए हमें प्रत्येक दिन योग करना चाहिए- मीना सोंधी, योगाचार्य,मानव सेवा योग संस्थान, बरेली।

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