मुरादाबाद : बरेली हाई-वे पर 2035 तक होगी टोल वसूली, 7000 'पास'

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Published By Bhawna
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छूट वाला पास प्रयोग करने वालों को हर महीने टोल प्लाजा पर जमा करने होते हैं 330 रुपये

निर्मला पांडेय, अमृत विचार। मुरादाबाद-रामपुर-बरेली हाई-वे पर 8 जून 2015 से दो केंद्रों पर टोल वसूली चल रही है। यहां 2035 तक हाई-वे से होकर गुजरने वाले वाहनों से टोल की वसूली की जाएगी। दलपतपुर टोल के आस-पास के गांव-कस्बे के 7,000 निवासियों को टोल प्लाजा प्रबंधन ने छूट वाले पास दे रखे हैं। पास पाए लोगों को हर महीने 330 रुपये शुल्क देना होता है। बरेली तक इस हाई-वे की कुल दूरी 121.8 किमी है।

टोल प्लाजा प्रबंधक का दावा है कि वह हाई-वे के प्रत्येक दो किमी पर ईसीबी (इलेक्ट्रॉनिक कॉल बूथ) सेवा दे रहे हैं। टोल प्लाजा पर स्टैटिक वेट ब्रिज स्व चलित प्रणाली की सुविधा है। इस टोल प्लाजा से रोजाना औसतन 25-26 हजार वाहन गुजरते हैं। टोल प्रबंधक प्रबंधन का कहना है कि हाई-वे से 92 प्रतिशत वाहन फास्टैग वाले होते हैं। बिना फास्टैग वाले वाहनों से डबल टोल वसूला जाता है। फास्टैग वाले वाहनों में अधिकांश भारी वाहन होते हैं। जबकि टोल प्लाजा के 20 किमी की परिधि के आसपास रहने वालों को पास दिए गए हैं। टोल प्रबंधक का कहना है कि उनकी संस्था को हाई-वे पर टोल वसूली के लिए वर्ष 2010 में टेंडर मिला था।

2015 तक टोल आवंटन की अनुमति मिलने के बाद वाहनों से वसूली का काम शुरू किया गया था। नागरिक सुविधा के लिए हाईवे के प्रत्येक दो किमी के बीच में इलेक्ट्रॉनिक कॉल बूथ है। इस तरह मुरादाबाद से बरेली तक की 60 इलेक्ट्रॉनिक कॉल बूथ स्थापित हैं, जहां से कोई भी राहगीर मदद मांग सकता है। किसी मदद के लिए उसे इलेक्ट्रॉनिक कॉल बूथ के बॉक्स में लगे बटन को दबाना होगा, फिर कर्मचारी समस्या पूछेगा और तत्काल मदद मिलेगी।

ओवरलोड वाले 670 ट्रकों का ई-चालान, 300 की फिर भेजी सूची
टोल प्रबंधन का दावा है कि दलपतपुर टोल प्लाजा पर गुजरने वाले ओवरलोड वाहनों की जांच के लिए स्टैटिक वेट ब्रिज स्वचलित प्रणाली स्थापित है। इससे वाहन पर कितना लोड है, पता चल जाता है और उसके विरुद्ध कार्रवाई के लिए संबंधित वाहन की संख्या व अन्य विवरण संग सूची परिवहन विभाग को भेजी जाती है। जून महीने में टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों में से 300 से अधिक ओवरलोड वाहन चिह्नित किए गए हैं। इनके विरुद्ध ई-चालान की कार्रवाई के लिए सूची आरटीओ प्रवर्तन को भेजी जा रही है। इसी तरह दलपतपुर टोल प्रबंधन ने आरटीओ को मई में 322 ओवरलोड वाले वाहनों की सूची दी थी। इसमें आरटीओ प्रवर्तन ने 258 वाहनों के विरुद्ध ई-चालान की कार्रवाई की है। शेष 64 वाहनों में से 52 ट्रकों में मानक से कम लोड था और अन्य 12 वाहनों का पता नहीं चल पाया। अप्रैल महीने में आरटीओ को 474 ओवरलोड वाले वाहनों की सूची दी गई थी। इसमें आरटीओ प्रवर्तन ने 412 वाहनों के विरुद्ध ई-चालान की कार्रवाई की है। यानी अप्रैल-मई महीने में दलपतपुर टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों में से 670 वाहनों के विरुद्ध ओवरलोडिंग में ई-चालान भी हुए हैं।

दलपतपुर टोल प्लाजा के इंतजाम

  • एंबुलेंस, क्रेन, रोड पेट्रोलिंग विकल्प दो-दो हैं।
  • 12 लेन चालू हैं, सामान्य दिनों में जाम जैसी समस्या नहीं है।
  • राहगीरों के लिए शौचालय टोल कार्यालय परिसर के अंदर है।
  • 10 सेकेंड में गाड़ियां टोल चुकता कर आगे बढ़ जाती हैं।
  • मार्ग पर टोल टिनशेड व डिवाइडर आदि की रंगाई-पोताई का अभाव है।

दलपतपुर टोल प्लाजा पर नागरिक सुविधाओं का अभाव नहीं है। राहगीरों की मदद वाली व्यवस्थाएं भी दे रखी हैं। एंबुलेंस, क्रेन, रोड पेट्रोलिंग करने वाले वाहन हैं। प्रत्येक दो किमी पर इलेक्ट्रॉनिक कॉल बूथ हैं। बरेली तक हमारे दो टोल प्लाजा हैं, जहां वाहनों से टोल लेते हैं।- योगेश चौधरी, टोल प्रबंधक-दलपतपुर

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