शिमला: चिड़गांव में फटा बादल, मलबे की चपेट में आने से दादा-दादी समेत पोता लापता

Amrit Vichar Network
Published By Om Parkash chaubey
On

शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा से जगह-जगह नुकसान हो रहा है। शिमला जिले के रोहड़ू उपमंडल की चिड़गांव तहसील में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। चिड़गांव की उपतहसील जांगला डिसवाणी पंचायत के जगोटी में बादल फटने से स्थानीय लैला खड्ड में बाढ़ आ गई। जगोटी गाँव निवासी रोशन लाल उनकी धर्म पत्नी भागा देबी लैला में ढाबा चलाते थे। बीती रात उनका पोता कार्तिक भी उनके साथ लैला में ही था।

ये भी पढ़ें - ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है कि राज्यपाल नहीं जानते कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना वैध था या नहीं: मुख्यमंत्री

शुक्रवार रात लैला खड्ड में आए भारी बाढ़ मे ढाबा बह गया। जिसके बाद तीनों लापता है। इस दौरान एक ढाबा भूस्खलन की चपेट में आ गया। घटना में दादा-दादी और पोता मलबे में दबकर लापता हो गए। लापता हुए लोगों की पहचान रोशन लाल (62), उनकी पत्नी भागा देवी (57) और पोता (11) कार्तिक के रूप में हुई है। शनिवार सुबह हुई घटना के बाद स्थानीय प्रशासन की टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

लापता हुए लोगों का फ़िलहाल अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। वहीं बादल फटने से इलाके में भारी नुकसान होने की आंशका है। जिसका आंकलन किया जा रहा है। पुलिस व प्रशासन ने स्थानीय लोगों के साथ जे सी बी की मदद से राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया है । चिड़गांव के नायब तहसीलदार सौरभ धीमान ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि ढाबे के ढह जाने से इसके मलबे में एक ही परिवार के तीन लोग लापता हो गए हैं।

इनमें दादा-दादी और पोता शामिल हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इलाके में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। गौरतलब है कि मौसम विभाग ने अगले तीन दिन प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य में भूस्खलन से 600 से अधिक सड़कें बंद हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। कई जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित चल रही हैं। दो दिन पहले ही चिड़गांव के खाबल में एक कार के खाई में गिरने तीन लोगों की मौत हुई थी।

ये भी पढ़ें - महिलाओं के अधिकारों के लिए गांव से संसद तक लड़ेगी बीजद : नवीन पटनायक

संबंधित समाचार