ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति कैस सैयद ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री को किया बर्खास्त, जानिए वजह
ट्यूनिश। ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति कैस सैयद ने प्रधानमंत्री नजला बौडेन को बर्खास्त कर दिया है और उनकी जगह अहमद हशानी को नियुक्त किया है। ट्यूनीशियाई नेता के कार्यालय ने एक बयान में बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने अपने बयान में कहा, “रिपब्लिक राष्ट्रपति कैस सैयद ने प्रधानमंत्री के रूप में नजला बौडेन रोमधाने की शक्तियों को समाप्त करने और हशानी को उनके उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया है।”
देश में गर्मियों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और संसद के विघटन के कारण हुए राजनीतिक संकट के बाद सितंबर 2021 में बौडेन को प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया गया था। वह ट्यूनीशिया की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने दिसंबर 2022 में आर्थिक संकट का सामना कर रहे, ट्यूनीशिया को 1.9 अरब डॉलर के ऋण देने से इंकार कर दिया है।
धन आवंटन की शर्तों में से एक शर्त खाद्य और ऊर्जा के लिए सब्सिडी में कटौती के साथ-साथ राज्य के स्वामित्व वाली कंपनियों में सुधार करना है। सैयद ने कहा कि आईएमएफ का आदेश अमान्य है। जिसके साथ देश ऋण पर बातचीत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मांगों के कार्यान्वयन से गरीबी बढ़ेगी। ट्यूनीशिया राजनीतिक संकट के साथ-साथ आर्थिक संकट का भी सामना कर रहा है। आईएमएफ ने अप्रैल 2020 में कहा था कि ट्यूनीशिया की अर्थव्यवस्था 1956 में देश के आजादी के बाद से अब तक के सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। कोविड-19 महामारी के दौरान पर्यटक स्थल बंद होने की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा है।
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