लखनऊ : आखिर क्यों नहीं हो रहा कर्मचारियों की मांगों का समाधान, जानें वजह
कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री स्तर पर बैठक की मांग की
लखनऊ, अमृत विचार। प्रदेश में कर्मचारियों की मांगों पर सुनवाई नहीं हो रही है। आखिर सरकार कर्मचारियों की मांग की अनदेखी क्यों कर रही है। इसके पीछे की वजह कर्मचारी संगठनों की मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव समेत अन्य बड़े अधिकारियों के साथ बैठक न होना बताया जा रहा है। इसको लेकर प्रदेश प्रदेशभर के कर्मचारी संगठनों में आक्रोश है।
कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वीपी मिश्र ने बताया कि मुख्य सचिव ने मोर्चा के पदाधिकारियों से संवाद बंद कर दिए हैं। जिसके कारण अन्य अधिकारी भी मौन है। पूर्व में व्यवस्था थी कि 3 बजे से 4 अपराह्न अधिकारी मिलते थे। अब वह व्यवस्था समाप्त हो गई है। जिससे शासन व कर्मचारी संगठनों में सामंजस्य नहीं रह गया है। मांगे लंबित पड़ी हैं। पिछली बैठक 8 सितंबर 2021 को तत्कालीन मुख्य सचिव से 1 घंटे वार्ता हुई थी। अब हुआ है कि मोर्चा की मांगों पर अलग से बैठक करने के बजाय सभी संगठनों को सामूहिक पंचायत करने को कहा है, जो मोर्चा को स्वीकार्य नहीं है। ऐसे में कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अपील किया है कि कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ बैठक करें जिसमें शासन और कर्मचारियों के बीच आपसी टकराव की स्थिति उत्पन्न ना हो। मोर्चा आपसी सद्भाव चाहता है। साथ ही यह भी कहा है कि अगस्त में मोर्चा के साथ अलग से बैठक नहीं हुई और मांग का निराकरण नहीं हुआ तो मोर्चा बड़ा आंदोलन करने को बाध्य हो जाएगा। जिसका उत्तरदायित्व प्रदेश सरकार पर होगा।
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