कासगंज: मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा देवांश लाज पर अवैध कब्जे का मामला

सदर विधायक ने लेखपाल और अवैध कब्जे धारकों को आरोपों में घेरा

कासगंज: मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा देवांश लाज पर अवैध कब्जे का मामला

कासगंज, अमृत विचार। शहर की चर्चित विवादित संपत्ति देवांश लाज के पास गाटा संख्या 38 पर हुए अवैध कब्जे का मामला अब मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंच गया है। अमांपुर विधायक के साथ लखनऊ में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे सदर विधायक ने यह मामला सीएम के समक्ष रखा। उन्होंने जिक्र किया कि कुछ माफियाओं के साथ मिलकर सदर लेखपाल ने फर्जी तरीके से अपनी पत्नी के नाम राजकीय संपत्ति का एग्रीमेंट कराया है।

देवांश लाज पर कब्जे का मामला काफी तूल पकड़ा हुआ है। शहर में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। अब तक प्रशासनिक अधिकारी जांच में जुटे हैं, लेकिन इस बीच सदर विधायक देवेंद्र राजपूत ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की है। उन्होंने कहा है कि शहर कासगंज में देवांश मैरिज होम के पास गाटा संख्या 38 की जो संपंत्ति है वह आबादी राजकीय संपत्ति है। उस जगह पर कुछ माफियाओं के साथ मिलकर लेखपाल प्रदीप कुमार ने अपनी पत्नी के नाम फर्जी तरीके से एग्रीमेंट करा  लिया। 

सदर विधायक ने सीएम को बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने डीएम ने भी की, लेकिन सब गोलमोल कर दिया गया, कोई कार्रवाई नहीं हुई। सदर विधायक की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया। विधायक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर बताया कि इस प्रकरण में जो भी अधिकारी और कर्मचारी लिप्त होंगे उन पर कार्रवाई का मुख्यमंत्री ने पूरा भरोसा दिया है और लेखपाल की संपत्ति की जांच कराए जाने का भी आश्वासन दिया है।

24 तक दे सकते हैं साक्ष्य
मामले में तहसीलदार जांच कर रहे हैं। तहसीलदार कार्यालय में 24 अगस्त तक साक्ष्य प्रस्तुत किए जा सकते हैं। तहसीलदार अजय कुमार ने बताया कि हर पहलू पर जांच की जा रही है।

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