महोबा: इलाज के बजाय झाड़-फूंक कराने के चक्कर में गई गर्भवती की जान, जानें पूरा मामला
गर्भवती महिला को दर्द होने पर परिजन नहीं ले गए अस्पताल
महोबा, अमृत विचार। झाड़ फूंक के चलते एक गर्भवती महिला की मौत हो गई, जिससे घर में कोहराम मचा हुआ है। ससुरालीजनों द्वारा विवाहिता की तबियत बिगड़ने पर इलाज के लिए अस्पताल न ले जाकर तांत्रिक से झाड़-फूंक और तंत्र मंत्र कराने ले गए, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई। बाद में परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। शहर के मुहल्ला शेखूनगर निवासी जितेंद्र की अपनी पत्नी पूजा (20) के साथ रहकर मुंबई मेंमजदूरी का काम करता था।
पत्नी के गर्भवती होने के बाद उसकी तबियत बिगड़ने पर वह पत्नी को इजाल के लिए महोबा ले आया, जहां ससुरालीजन और गांव के लोगों ने इलाज कराने के बजाय उसके ऊपर भूतप्रेत का साया मानकर झाड़फूंक कराने के लिए तांत्रिक के पास ले गए। जहां पर झाड़ फूंक के चक्कर में कई घंटे बर्बाद हो गए, लेकिन हालत सुधरने के बजाय और बिगड़ने लगी, जिसके चलते परिजनों के हाथ पाव फूल गए और आनन फानन में उसे महिला जिला अस्पताल लाया गया।
डाक्टरों ने महिला का चेकअप करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। नवविवाहिता की मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। डाक्टर ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है साथ ही पुलिस हर पहलू की जांच करने में जुट गई है। डाक्टर का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद बताय जा सकता है। हालांकि चारो तरफ विवाहिता की मौत के लिए परिजनों को जिम्मेदार ठहराए जाने की चर्चाएं चल रही है। लोगों का मानना है कि अंधविश्वास के लिए इलाज कराने के बजाए उसे तांत्रिक के हवाले कर देने से मौत हुई है।
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