रामनगरी में बढ़ती ठंड का कहर: अलाव की पर्याप्त व्यवस्था न होने से कांप रहे लोग, 14 डिग्री तापमान से जनजीवन प्रभावित
अयोध्या, अमृत विचार। रामनगरी में शीत लहर और घने कोहरे का प्रकोप जारी है। इससे जनजीवन प्रभावित हो गया है। जिले में शुक्रवार को अधिकतम तापमान महज 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अलाव की पर्याप्त व्यवस्था न होने से लोग ठंड से कांपते नजर आ रहे थे। कई श्रद्धालु सड़कों और मंदिर परिसर में अलाव की तलाश में भटकते दिखे, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अभी तक पर्याप्त इंतजाम नहीं हो सके हैं।
जिले में सुबह से ही घना कोहरा छाया रहने से दृश्यता बेहद कम हो गई। जिसका असर सड़क, रेल और हवाई यातायात पर पड़ रहा। वहीं, अभी तक स्कूलों में ठंड की छुट्टी घोषित नहीं की गई है, जिससे बच्चे कोहरे और कड़ाके की ठंड में कांपते हुए स्कूल जा रहे हैं। हालांकि स्कूलों के समय में परिवर्तन जरूर किया गया है लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहा है। सरकारी व निजी कर्मी भी समय से कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं।
अधिकतम व न्यूनतम तापमान में मात्र चार डिग्री का अंतर
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जिले में शुक्रवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान में मात्र चार डिग्री का ही अंतर रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से 8.5 डिग्री कम 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जबकि न्यूनतम सामान्य से दो डिग्री ज्यादा 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। आचार्य नरेंद्र देव कृषि व प्रौद्योगिकी विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. अमरनाथ मिश्र के अनुसार आगामी सप्ताह में पूर्वी उत्तर प्रदेश में आंशिक बादल एवं घना कोहरा छाए रहने के साथ-साथ शीतलहर का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। औसत तापमान सामान्य से कम रहने एवं हवा सामान्य गति से मुख्यतः पश्चिमी चलने की संभावना है।
पुलिस बैरियरों पर भी नहीं हुई अलाव की व्यवस्था
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भीषण ठंड से सुरक्षाकर्मी भी प्रभावित हो रहे हैं। अयोध्या में पुलिस बैरियरों और चौकियों पर अलाव की कोई सरकारी व्यवस्था नहीं की गई है। उदया चौराहे, बूथ नंबर चार, विद्याकुंड, निषाद राज चौराहा, हनुमान गुफा समेत अन्य बैरियरों पर ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी खुद अपने स्तर पर लकड़ी जुटाकर अलाव जला ठंड से बचाव कर रहे हैं। कई जगहों पर पुलिसकर्मी रात भर ड्यूटी करते हुए ठिठुरन से जूझते नजर आए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा में लगे जवान खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक बैरियर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि वह पास में टूटे पेड़ की लकड़ी लाकर जला रहे हैं। कहा कि प्रशासन को बैरियरों पर अलाव के लकड़ी के इंतजाम करने चाहिए।
यातायात व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त
कोहरे के कारण हाईवे पर वाहन बेहद धीमी गति से चल रहे हैं, जिससे जाम की स्थिति बन रही है। बसें घंटों देरी से पहुंच रही हैं, जबकि ट्रेनों की देरी से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। फरक्का एक्सप्रेस शुक्रवार को नौ घंटे लेट रही। गंगा सतलुज, लखनऊ-वाराणसी स्पेशल, सद्भावना एक्सप्रेस, साबरमती एक्सप्रेस, कैफियात, अमृत भारत, सरयू यमुना जैसी लंबी दूरी की ट्रेनें दो से तीन घंटे तक लेट रही। भीषण ठंड के बाद भी अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर बनाए गए यात्री आश्रय केंद्र को अभी तक नहीं खोला गया है। वहीं, रोडवेज ने कोहरे के चलते रात्रिकालीन करीब 10 बसों का संचालन स्थगित कर दिया है, शुक्रवार को दिन की बसें 10 बजे के बाद दृश्यता बढ़ने पर ही डिपो से निकली।
आराध्य के प्रति आस्था ठंड पर भारी पड़ी
अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं में अपने आराध्य के प्रति आस्था ठंड पर भारी पड़ रही है। शुक्रवार सुबह दृश्यता कम होने के कारण सुबह श्रद्धालुओं की संख्या कम रही लेकिन जैसे-जैसे मौसम से राहत मिलती गई, इस तरह श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ गई। श्रद्धालु रामलला के आस्था में लीन होकर भजन कीर्तन करते हुए मंदिरों में दर्शन करते दिखे। जलालपुर से आई शालिनी पांडे ने बताया कि हम लोग देर शाम अयोध्या पहुंचे थे, सुबह रामलला के दर्शन किये। ठंड तो बहुत पड़ रही है, लेकिन प्रभु के दर्शन होते ही एक ऊर्जा का एहसास हुआ। आदित्य सोनी ने बताया कि हमारे साथ छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। सुबह सरयू स्नान कर हनुमानगढ़ी व रामलला के दर्शन किये। कहा कि आस्था के आगे ठंड का पता भी नहीं चला। डॉ. जनार्दन उपाध्याय ने कहा कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और भी बढ़ जाएगी। ऐसे में यहां पर अलाव, रैन बसेरे की और व्यवस्था की आवश्यकता है।
पार्षदों का आरोप, कागज तक सीमित है अलाव व्यवस्था
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नगर निगम के पार्षदों ने आरोप लगाया कि 60 वार्डों में सिर्फ 45 जगह पर ही अलाव की व्यवस्था की गई है। इसमें अयोध्या के प्रमुख स्थलों तक को शामिल नहीं किया गया है। मणिराम दास छावनी वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि रिशु पांडेय ने बताया मेरे वार्ड के 15 जगह में एक भी अलाव जलने के लिए चिन्हित नहीं हुई, जबकि महापौर आवास और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का स्थान भी इसी क्षेत्र में आता है। हनुमान कुंड वार्ड पार्षद प्रतिनिधि अभय श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि अलाव जलाने की व्यवस्था में पूरी तरह कागजी कोरम पूरा किया जा रहा है। हमारे वार्ड के 16 स्थानों में से एक भी स्थान पर अलाव नहीं जल रहा है। बताया कि नगर निगम द्वारा अलाव जलाने के लिए टेंडर ही नहीं किया गया है, अधिकारी के विशेषाधिकार पर कुछ स्थानों पर लकड़ी की व्यवस्था कराई गई है। नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी मुकेश पांडे ने बताया कि नगर में 45 जगह पर अलाव की व्यवस्था कर दी गई है। जनप्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों की जरूरत के मुताबिक भी अलाव की व्यवस्था की जा रही है।
