अयोध्या: 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का सवा 14 करोड़ से होगा वार्षिक अनुरक्षण
बजट आवंटन के बाद एनएचएआई ने शुरू की कवायद
अयोध्या, अमृत विचार। भारत सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग और सड़क परिवहन मंत्रालय ने 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के वार्षिक अनुरक्षण की कवायद शुरू कर दी है। बजट आवंटन के बाद वार्षिक अनुरक्षण के लिए 14. 27 करोड़ का टेंडर जारी किया गया है। 84 कोसी परिक्रमा के उन्नतीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए एनएचएआई की ओर से पहले ही टेंडर जारी किया जा चुका है।
गौरतलब है कि रामनगरी में जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के बीच भारत सरकार ने 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग 227 बी घोषित किया है तथा पूरे परिक्रमा मार्ग के विकास और निर्माण के लिए एनएचएआई की ओर से 6 पैकेज में बांटकर योजना को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू की है।
पड़ोसी जनपद बस्ती के मखधाम ( मखौड़ा ) से शुरू होकर जिले के श्रृंगी ऋषि आश्रम होते हुए पड़ोसी जनपद अंबेडकरनगर की सीमा स्थित श्रवण क्षेत्र के रास्ते तारुन, बीकापुर के कुंड, मिल्कीपुर, रुदौली, पटरंगा होते हुए गोंडा के नवाबगंज क्षेत्र से वापस मखौड़ा तक होने वाली इस 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को श्रद्धालुओं तथा परिक्रमार्थियों और एनएचएआई के मानकों के अनुरूप बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग और सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से टेंडर जारी किया गया था। अब एनएचएआई की ओर से परिक्रमा मार्ग के वार्षिक मरम्मत के लिए निविदा जारी की गई है।
एनएचएआई के लखनऊ सर्किल से जुड़े बस्ती डिवीजन के अधिशासी अभियंता ध्रुव अग्रवाल की ओर से वार्षिक अनुरक्षण के लिए जारी निविदा के मुताबिक 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के पैकेज एक से तीन तक 68.900 किमी के लिए 220.02 लाख, पैकेज चार के 67.66 किमी के अनुरक्षण के लिए 496.286 लाख और पैकेज 6 के कुल 63.84 किलोमीटर लंबे मार्ग के अनुरक्षण पर 711. 23 लाख रूपये खर्च होगा।
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