जालौन : पुलिस खोजती रही, फरार इनामी अभियुक्त ने किया सरेंडर 

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Published By Jagat Mishra
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कोंच/ जालौन, अमृत विचार। कुछ दिन पहले ही पुलिस कस्टडी से पवन बंजारा नाम का अभियुक्त फरार हो गया था। इस मामले में सिपाहियों पर कार्रवाई हुई। अधिकारियों ने उसे पकड़ने के लिए टीमें बनाई। लगातार दबिश दी गई और उसके पहचान के लोगों से पूछतांछ की गई। उस पर ईनाम भी रख दिया। इसके बाद भी पुलिस के हाथ खाली थे। शुक्रवार को फरार अभियुक्त ने स्वत: ही सरेंडर कर दिया। 

गौरतलब है कि सप्ताह भर पहले शुक्रवार शाम कोतवाली पुलिस ने नगर के जयप्रकाश नगर निवासी शातिर बदमाश पवन बंजारा को 1 किलो से अधिक मात्रा में गांजे के साथ पकड़ा था और उसके अगले रोज शनिवार को उसे कोंच पुलिस द्वारा उरई न्यायालय ले जाया गया था जहां एनडीपीएस एक्ट का यह अभियुक्त पुलिस को चकमा देकर न्यायालय से भाग निकला था। इस मामले में दो सिपाहियों को न केवल निलंबित किया गया है बल्कि उनके खिलाफ उरई कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। पवन बंजारा के फरार होने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मची हुई थी। पुलिस कप्तान डॉ. ईराज राजा ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एसओजी और सर्विलांस के अलावा पुलिस की भी कई टीमें लगाई थीं। इसके बाद से ही पुलिस दिन-रात एक कर लगातार उसके छिपने के संभावित यूपी व एमपी के ठिकानों पर दविशें मार रही थी। बंजारा पर चारों तरफ से दबाव बनाने के लिए पुलिस ने बंजारा से जुड़े तमाम लोगों को उठा लिया था। इसके साथ ही उसे भगोड़ा करार देते हुए उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस कप्तान ने 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया था। 

इनाम की राशि को और बढ़ने की आशंकाओं को देखते हुए शायद बंजारा को एनकाउंटर का भी डर सताने लगा था। समझा जा रहा है कि डरे हुए बंजारा ने खुद ही आत्मसमर्पण की पटकथा लिख डाली और बड़े ही नाटकीय ढंग से शुक्रवार की सुबह कोतवाली पहुंच गया। यहां पर उसने सरेंडर कर दिया। जैसे ही वह कोतवाली के गेट पर पहुंचा, एसएसआई उदयपाल सिंह और कांस्टेबल राजाभैया ने दौड़कर उसे हिरासत में ले लिया। सीओ रामसिंह और कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक नागेंद्र कुमार पाठक ने उससे पूछताछ की और कड़ी पुलिस सुरक्षा में उसे जिला मुख्यालय ले जाया गया।

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