हल्द्वानी: रोडवेज कर्मचारियों ने निगम प्रबंधन के खिलाफ किया प्रदर्शन
प्रबंधन पर लगाया उत्पीड़न का आरोप, उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की बैठक में हुई विभिन्न समस्याओं के समाधान पर चर्चा
बैठक में रानीखेत ,अल्मोड़ा, बागेश्वर, भवाली, रुद्रपुर, काशीपुर, रामनगर, हल्द्वानी और प्रशासनिक शाखा काठगोदाम के कर्मचारी रहे मौजूद
हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन कुमाऊं क्षेत्र की बैठक सोमवार को हल्द्वानी बस स्टेशन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता क्षेत्रीय अध्यक्ष दयाल जोशी और संचालन क्षेत्रीय मंत्री गोपेश्वर श्रीवास्तव ने किया।
बैठक में रानीखेत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, भवाली, रुद्रपुर, काशीपुर, रामनगर, हल्द्वानी और प्रशासनिक शाखा काठगोदाम के कर्मचारी मौजूद रहे। कर्मचारियों ने निगम प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और निगम प्रबंधन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया।
कुमाऊं मंडल के विभिन्न डिपो से आए कर्मचारियों ने समस्याओं के समाधान पर चर्चा की और शीघ्र मंडलीय महाप्रबंधक से वार्ता करने के लिए प्रांतीय टीम को अवगत कराया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै, प्रांतीय उपाध्यक्ष एलडी पालीवाल, प्रांतीय संयुक्त मंत्री रघुवीर चौधरी, प्रदीप शर्मा, ललित प्रसाद, अख़्तर चौधरी, इकबाल अहमद, मनोज भट्ट, कमल धामा, जयप्रकाश यादव, ईश्वर सिंह, नवीन लोहनी, सोना राम, राजू यादव, दिनेश दुम्का, संजय श्रीवास्तव, जलील अहमद सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।
रोडवेज कर्मचारियों की मांगें-
-परिवहन निगम में एजेंसी प्रथा के माध्यम से चालक-परिचालकों की भर्ती न की जाए।
- परिवहन निगम में अनुबंध की बसों के स्थान पर निगम की बसें लगाई जाए।
-परिवहन निगम में कार्यरत विशेष श्रेणी और संविदा, चालक- परिचालकों-कार्यशाला कर्मचारियों और मृतक आश्रितों को नियमित नियुक्ति दी जाए।
- कुमाऊं मंडल में पर्वतीय मार्गों पर चल रही अनुबंध बसों का संचालन बंद कर उनके स्थान पर निगम की बसें लगाई जाए।
- पूर्व के बंद पड़े पर्वतीय मार्गों पर परिवहन निगम की सेवाएं संचालित की जाएं।
- नैनीताल बस स्टेशन पर गार्ड में पीआरडी जवानों की नियुक्ति की जाए।
- कुमाऊं मंडल में परिचालक से लिपिक की व कार्यालय सहायक द्वितीय की पदोन्नति की जाए।
- कुमाऊं मंडल के सभी डिपो में स्पेयर पार्टस की आपूर्ति की जाए।
- नैनीताल मंडल के समस्त कर्मचारियों की गोपनीय प्रविष्टि को तत्काल भेजा जाए।
- कई डिपो में ईएसआई कार्ड और विशेष श्रेणी कर्मचारियों के परिचय पत्र नहीं बने हैं जिनको शीघ्र बनाया जाए।
-कई डिपो में भवन जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं, जिससे कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है।
