गरमपानी: नाप की आड़ में सरकारी जमीनों पर कब्जा तथा जमीनों का उद्देश्य बदलने वालों पर कब होगी कार्रवाई ?
गरमपानी, अमृत विचार। उच्च न्यायालय के अतिक्रमण हटाए जाने के आदेश को बाद जहां एक ओर तमाम क्षेत्रों के व्यापारी खुद ही अवैध कब्जा हटाने में जुट गए हैं पर दूसरी ओर अब तक बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के तमाम क्षेत्रों में बड़ी सांठगांठ कर नाप जमीन की आड़ में सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाए बैठे भूमाफियाओं पर कार्रवाई न होने से गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। यहीं नहीं नियमों को ताक पर रख खरीदी गई जमीनों का उद्देश्य बदल बहुमंजिला इमारतें बनाने वाले भी अब तक रडार से बाहर है ऐसे में सवाल उठने लाजमी है।
बेतालघाट ब्लॉक के बजेडी़, खलाड़, पांगकटारा, गजार, सीम, सिल्टोना, ब्यासी, कैंची तथा रामगढ़ ब्लॉक के हरतोला, रुपसिंह धूरा समेत तमाम गांवों में पिछले कुछ समय से बाहरी लोगों ने तेजी से कदम बढ़ाए हैं। भूमाफियाओं से सांठगांठ कर नाप जमीन की आड़ में बड़े पैमाने में बेनाप जमीनो पर कब्जा करने के साथ ही खरीदी गई जमीनों का उद्देश्य बदल रिर्जोट व जमीनों को काट प्लाटिंग करने के मामले भी समय समय पर सामने आते रहे हैं।
बाहरी लोगों के बढ़ते दखल से अब गांवों के प्राकृतिक स्रोतो पर कब्जे के मामले भी उठ रहे हैं। न्यायालय के अतिक्रमण हटाए जाने के आदेश के बाद अब सवाल उठ रहे हैं की क्या नाम जमीन की आड़ में भूमाफियाओं से सांठगांठ कर सरकारी जमीनें भी अतिक्रमण मुक्त हो पाएंगी। बागवानी के नाम पर खरीदी गई जमीनों का उद्देश्य बदलने वाले रडार में आएंगे या फिर महज व्यापारियों व गांव के बाशिंदे ही अतिक्रमण अभियान की चपेट में आएंगे।
