
देहरादून: प्रेमिका को Long Drive पर ले गया, तोहफे में दी मौत, फिर मुंह पर फेंका Toilet Cleaner, पढ़िए आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल का कबूलनामा...
देहरादून, अमृत विचार। देहरादून में लेफ्टिनेंट कर्नल को उसकी बार डांसर प्रेमिका की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पांच साल सिलीगुड़ी में पोस्टिंग पूरी करने के बाद जब लेफ्टिनेंट कर्नल उपाध्याय देहरादून आया तो उसकी हरकतें ठीक नहीं थी। शुरुआत में ही पत्नी को उस पर शक होने लगा था।
ऐसे में उस पर सीधी नजर रखने के लिए पत्नी ने उपाध्याय की कार में जीपीएस लगवा दिया था। अब जब भी उपाध्याय कहीं बाहर जाता तो इसकी खबर पत्नी को लग जाती थी। यह बातें जब खुलती तो दोनों के बीच झगड़े होने लगते थे। इसी कारण उपाध्याय श्रेया को ठिकाने लगाने की तैयारी करने लगा और शनिवार को वह अपने मंसूबे में कामयाब भी हो गया।अवैध संबंधों का खूनी अंत के पूरा कबूलनाम आरोपी रामेंदु उपाध्याय ने बयान करते हुए बताया कि...
मैं आर्मी में क्लेमेंटाउन देहरादून में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हूं, मेरी पोस्टिंग कुछ समय पहले सिलिगुड़ी पश्चिम बंगाल से देहरादून में हुई थी। वर्ष 2010 में डिपार्टमेंटल कमीशन के रूप में मुझे लेफ्टिनेंट बनाया गया था। मेरा घर पंडितवाड़ी में है। साल 2020 जनवरी में मेरी मुलाकात नेपाली मूल की एक लड़की श्रेया शर्मा से ZIZZI डांस बार, सिटी सेंटर मॉल सिलीगुड़ी (पंश्चिम बंगाल) में हुई थी।
जहां पर मुझे श्रेया शर्मा बहुत पसंद आई। पहले मेरी मुलाकात श्रेया से दोस्ती के नाते हुई। उसके बाद हमारे संबंध बन गए। किराये के फ्लैट में श्रेया को रखा हम दोनों सिलीगुड़ी में पति-पत्नी की तरह रहते थे। मैं श्रेया के सारे खर्चे उठाता था। जब मेरी पोस्टिंग देहरादून जिले में हुई तो मैं श्रेया को भी अपने साथ ले आया। जिसकी जानकारी मेरी पत्नी को हुई तो मैंने श्रेया को कुछ दिन होटल में रखने के बाद वापस सिलीगुड़ी भेज दिया। हालांकि, कुछ दिन बाद मैंने उसे दोबारा देहरादून बुला लिया और कुछ दिन होटल में रखने के बाद मैंने क्लेमेंट टाउन में एक फ्लैट किराये पर लिया और उसे वहां रख दिया।
कुछ दिन सही रहने के बाद वह लगातार मुझे अपनी पत्नी का दर्जा देने का दबाव बनाने लगी और इसको लेकर वहां मुझे गाली-गलौज करने लगी। मुझसे पीने के लिए शराब और होटल से खाना मंगाती थी। मैं ही खाना बनाता था, उसे खाना बनाना नहीं आता था। मेरा लगभग रोज फ्लैट में आना-जाना था। इसका मेरी पत्नी को भी पता चल गया था। उधर, श्रेया मुझसे लगातार दुर्व्यवहार करती थी और मुझे गालियां देती थी। कहती थी कि तुमने मेरी लाइफ खराब कर दी है। मुझे रखैल की तरह रखा हुआ है। मुझसे शादी कर लो... इस बात को लेकर हमारा झगड़ा होता रहता था।
कुछ दिनों पहले मेरी वाइफ भी फ्लैट में आई थी, उसकी भी लड़ाई श्रेया के साथ हुई, मेरी पत्नी और श्रेया के बीच लड़ाई होने से मुझे बहुत बुरा लगा था। मैं असमंजस की स्थिति में था कि मैं क्या करूं? मैं बहुत परेशान हो गया था, इसलिए मैंने उसे जान से मारने की योजना बनाई। जिसके बाद बीते 9 सितंबर को श्रेया को मैं बीयर पीने के लिए राजपुर रोड स्थित एक क्लब ले गया। जहां पर रात को हमने शराब पी। मैंने उसे ज्यादा शराब पिलाई और खुद कम शराब पी फिर मैंने उसे लॉन्ग ड्राइव में जाने को कहा। मैंने अपनी गाड़ी में भी कुछ बीयर और शराब रख ली। इसके बाद हम लोग रात्रि को आईएसबीटी घंटाघर बल्लूपुर डोईवाला, फिर डोईवाला से वापस होते हुए महाराणा प्रताप चौक से थानो रोड की तरफ निकले। मैंने अपनी गाड़ी थानो रोड पर जंगल जाने वाले रास्ते पर लगा ली, मेरा श्रेया को जान से मारने का प्लान था, तो मैंने गाड़ी में एक हथौड़ा सीट के पीछे रख लिया था और एक टॉयलेट क्लीनर गाड़ी में रख लिया था।
श्रेया अत्यधिक शराब के नशे में मुझसे गाड़ी में शारीरिक संबंध बनाने को कह रही थी और अपने कपड़े उतारने लगी। इसी दौरान मैंने अपनी कार की पिछली सीट में रखे हथौड़े को निकाल श्रेया के सिर पर ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया। वह नशे में थी तो डिफेंस नहीं कर पाई। मैं सिरपर लगातार हथौड़े से वार करता चला गया। जब वह मर गई तो मैं गाड़ी को थोड़ा और आगे ले गया। फिर मेन रोड किनारे श्रेया की लाश फेंक दी। उसके बाद गाड़ी में रखा टॉयलेट क्लीनर निकाला और उसके मुंह पर डाल दिया। श्रेया के शव को ठिकाने लगाकर मैंने हथौड़ा थानो रोड पर सड़क किनारे फेंक दिया। उसके बाद वापस आकर गाड़ी क्लेमनटाउन स्टोर में दिपा दी। साथ ही श्रेया के सामान और पहने कपड़ों को भी गाड़ी में छिपा दिया। मैं अपनी पत्नी के पास मिलने आ रहा था और उसे बताना चाहता था कि मैंने श्रेया को वापस भेज दिया है लेकिन तब तक पुलिस ने मुझे पकड़ लिया...
नेपाल दूतावास से संपर्क कर रही है पुलिस...
श्रेया के घरवालों के बारे में अभी तक पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली है। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर का कहना है कि इसके लिए पुलिस नेपाली दूतावास से संपर्क कर रही है। दूतावास के माध्यम से ही उसके पते को तस्दीक किया जाएगा। जल्द ही श्रेया के परिजनों को भी इसकी सूचना मिल जाएगी।
आरोपी की पत्नी चलाती है पीजी
आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल की पत्नी पंडितवाड़ी क्षेत्र में ही एक पीजी हॉस्टल चलाती है। आठ कमरों का यह हॉस्टल कुटुंब नाम से संचालित किया जाता है। इसके अलावा आरोपी उपाध्याय ने क्लेमेंटटाउन क्षेत्र में एक रूम भी किराये पर लिया था। यहीं पर वह अक्सर श्रेया को भी मिलने के लिए बुलाता था।
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