अमृत विचार पड़ताल : अवैध रूप से Delhi to Bihar फर्राटा भर रहीं स्लीपर बसें 

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Published By Jagat Mishra
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चेकिंग के दौरान पकड़ी गई दोनों बसों का बीमा है समाप्त 

सोहावल/ अयोध्या, अमृत विचार। अयोध्या - लखनऊ हाईवे पर शुक्रवार को एआरटीओ की चेकिंग के दौरान पकड़ी गई दोनों स्लीपर बसें अवैध रूप से संचालित हो रहीं हैं। दो यात्रियों की मौत के बाद हुए हंगामे को लेकर बसों को मानवीय आधार पर छोड़ने वाले एआरटीओ की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है।

'अमृत विचार' ने शनिवार को जब दोनों बसों की वैधता को लेकर पड़ताल की तो दोनों का बीमा समाप्त मिला। गंभीर बात यह है कि शुक्रवार को चेकिंग के दौरान हुए घटनाक्रम में परिवहन और पुलिस दोनों की भूमिका शर्मसार कर देने वाली रही। इतना ही नहीं घटना के बाद अभी तक परिवहन के उच्चाधिकारियों की ओर से कोई संज्ञान तक नहीं लिया गया है। 
   
चेकिंग के दौरान पकड़ी गई बस संख्या यूपी 51 एटी 8109 का बीमा 24 मार्च 20 को और बस संख्या यूपी 22 एटी 3897 का 21 दिसम्बर 22 को ही समाप्त हो चुका है। इसके बाद भी यह प्रतिदिन इसी रुट पर फर्राटा भर रही थीं। बताया जाता है कि यह बसे कई वर्षों से दिल्ली से बिहार हाइवे से होकर गुजर रहीं थी लेकिन चढ़ावे के चलते कभी इनकी ओर निगाह नहीं गई। चेकिंग में शुक्रवार को तो जब छह बसों को रोका गया तो इनमें यह भी शामिल निकली। 

बता दें कि चेकिंग के दौरान अधिक समय तक रोके जाने के कारण दो यात्रियों की मौत हो गई थी। हालांकि दोनों को पहले से ही बीमार बताया गया है। परिवहन विभाग ने चेकिंग के दौरान जहां बसों को छह घंटे तक रोके रखा वहीं पुलिस ने दोनों शवों के पोस्टमार्टम की जिम्मेदारी नहीं निभाई। हालांकि एसपी ग्रामीण ने मामले में सीओ को जांच के लिए निर्देश दे रखे हैं। 

बोले जिम्मेदार  
पकड़ी और सीज बसों को मानवता के आधार पर छोड़ा गया था। दोनों का बीमा समाप्त हो गया है। नोटिस देकर फिर सीज करने की कार्रवाई की जाएगी। परिवहन विभाग की ओर से किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है। -प्रवीण सिंह, एआरटीओ, अयोध्या

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