बरेली: तीन महीने बाद भी नहीं मिला 327 शिक्षकों का वेतन, उधार लेकर चला रहे गृहस्थी
2 जुलाई को शिक्षकों ने किया था ज्वाइन और 13 सितंबर को हुआ था स्कूल आवंटन
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बरेली, अमृत विचार। जिले में स्थानांतरित होकर आए शिक्षकों को तीन महीने से वेतन और एरियर नहीं मिला है। इसकी वजह से शिक्षकों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने शिक्षकों का जल्द से वेतन के भुगतान के आदेश दिए थे लेकिन इसका भी पालन नहीं किया गया। ब्लॉक स्तर के कर्मियों की ढिलाई की वजह से वेतन जारी नहीं हो सका है। बीएसए ने जल्द वेतन जारी करने के निर्देश दिए हैं।
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जिले के विभिन्न विकास खंडों में 327 शिक्षकों का अलग-अलग जिलों से स्थानांतरण हुआ है। शिक्षकों का कहना है कि वेतन नहीं मिलने के कारण दूसरे जिले से यहां आकर बच्चों की शिक्षा और परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। शिक्षकों ने 2 जुलाई को ज्वाइन किया था और 13 सितंबर को शासन के निर्देश पर उन्हें स्कूल आवंटित हुआ था। बीएसए की ओर से शिक्षकों का वेतन जारी करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
उधार लेकर चला रहे गृहस्थी
पीलीभीत से स्थानांतरित होकर आए हेड मास्टर अमर सिंह का कहना है कि तीन महीने बाद भी वेतन नहीं मिला है। ऐसे में घर-परिवार का भरण पोषण करने के लिए अनेक तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शाहजहांपुर से आए हेडमास्टर स्वल्प कुमार वर्मा का कहना है कि इतने लंबे समय से वेतन नहीं मिलने के कारण बैंक की किस्तें भी अदा नहीं हो पा रही हैं। बच्चों की फीस जमा करना भी बेहद मुश्किल हो रहा है।
शिक्षकों को जल्द मिले वेतन
तीन महीने बाद भी शिक्षकों का वेतन नहीं मिलना गलत है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते शिक्षकों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। शिक्षकों का वेतन जल्द से जल्द जारी हो--- हरीश बाबू शर्मा, वरिष्ठ शिक्षक नेता, प्राथमिक शिक्षक संघ।
शिक्षकों का वेतन जल्द से जल्द मिले इसके लिए विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र भेज कर शिकायत की गई है। जल्द ही लेखाधिकारी से वार्ता होगी। जरूरत पड़ी तो महानिदेशक से भी वार्ता की जाएगी।---भानु प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष, यूटा।
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