हरदोई: डेंगू के डंक से कांप रहा शहर, स्वास्थ्य महकमे के दावे हुए फुस्स, हर घर में निकल रहे 2 से 3 मरीज

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Published By Sachin Sharma
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हरदोई। बदलते मौसम में डेंगू के कहर की चादर हर तरफ फैली हुई दिखाई दे रही है। इतना सब होने के बाद भी डेंगू को ले कर किए जा रहे स्वास्थ्य महकमे के दावे फुस्स साबित हो रहे हैं। शहर का मोहल्ला लक्ष्मीपुरवा में हर घर में दो से तीन लोग डेंगू पाज़िटिव निकल रहें हैं। ऐसे में अदम गोंडवी का शेर याद आता है 'तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं,ये दावा किताबी है' स्वास्थ्य महकमे के सारे दावे इसी शेर में लिपट चुके हैं।

मौसम बदलने के साथ ही डेंगू का डंक चुभना शुरू हो गया। उसके कहर की चादर धीरे-धीरे कर हर तरफ फैलती चली गई। स्वास्थ्य महकमे के आंकड़े जो भी हो, लेकिन इतना तो सच है कि डेंगू से होने वाली मौत उंगलियों से नहीं गिनी जा सकती है। शहर ही नही गांव-देहात और कस्बों में बराबर इस तरह की खबरें सुनने में आ रही हैं। वैसे तो शहर के कमोबेश हर मोहल्ले में डेंगू का डंक चुभ रहा है, लेकिन सबसे ज़्यादा केस लक्ष्मीपुरवा में निकल रहें हैं।

वहां के लोगों की बात पर यकीन करें तो डेंगू से दो लोगों की मौत हो चुकी है और हर घर में दो से तीन लोग डेंगू पाज़िटिव निकल रहें हैं। इतना सब होने के बाद भी स्वास्थ्य महकमां दावे पर दावे कर रहा है। डेंगू के कहर के बीच महकमे के दावे फुस्स साबित हो रहे हैं। ऐसे में हर कोई अदम गोंडवी के उसी शेर को रट रहा है, जिसमें सरकारी दावों की तल्ख सच्चाई सामने की गई है।

कबाड़ से हो रहा डेंगू से निपटने का जुगाड़!

डेंगू को ले कर स्वास्थ्य महकमा कितना फिक्रमंद हैं, इसका अंदाजा इसी बात से होता है कि जब बुधवार को डेंगू से बिलबिला रहे लक्ष्मीपुरवा में कबाड़ से ढूंढ कर लाए गए स्प्रे से छिड़काव किया जा रहा था। इस बीच वही स्प्रे कई-कई बार खराब भी हुआ, छिड़काव कर रहे कर्मी उन्हें बार-बार दुरस्त करते हुए दिखाई दिए। स्वास्थ्य महकमें के दावे की इस तस्वीर को देखने वाले कहते सुने गए कि कबाड़ से जुगाड़ कर डेंगू का डंक निकालने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इस तरह की कोशिश कहां तक कारगर साबित होगी, ऐसा कहना फिलहाल जल्दबाजी होगी।

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100 बेड के अस्पताल में सीबीसी और डेंगू जांच की किट का रोना

सरकारी हास्पिटल में डेंगू की जांच कराना टेढ़ी-खीर है। 100 बेड हास्पिटल में सीबीसी और डेंगू की जांच किट है ही नहीं, इसी वजह से लोग इधर-उधर निजी पैथालॉजी में मुट्ठी भर-भर कर पैसा खर्च कर रहें हैं। इस बारे में जब 100 बेड हास्पिटल में पहुंच कर वहां की हकीकत जानने की कोशिश की गई तो पता चला कि सीबीसी और डेंगू की जांच किट की बहुत पहले डिमांड की गई थी, लेकिन अभी तक उसका कोई अता-पता नहीं।

वहीं इस पूरे मामले पर जब जिले के सीएमओ डॉक्टर रोहतास से उनके सीयूजी नंबर पर बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नहीं उठा। बता दें कि सीएमओ अपना सीयूजी नंबर कभी नहीं उठाते हैं।

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