Uttarkashi Tunnel Rescue: ऑगर मशीन में आ रही दिक्कत अब ठीक, शीघ्र शुरू हो सकती है ड्रिलिंग, जल्द बाहर होंगे 41 मजदूर

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Published By Vishal Singh
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उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में 12 दिनों से फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के कार्य जारी है।  सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के वास्ते मलबे के बीच से पाइप को डालने का काम कुछ देर में प्रांरभ होने की उम्मीद है क्योंकि जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी हुई है उसमें आई दरारों को ठीक कर लिया गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

बृहस्पतिवार देर रात सुरंग के मलबे के बीच से पाइप डालने के काम को रोकना पड़ा क्योंकि जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी हुई है उसमें दरारें दिखाई दीं। इसके बाद ड्रिलिंग रोक दी गई थी। ड्रिलिंग का काम शुक्रवार को सुबह भी प्रारंभ नहीं हो सका।

प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुलबे ने सिलक्यारा में पत्रकारों से कहा कि मशीन के प्लेटफार्म को ठीक कर लिया गया है, साथ ही उसे मजबूत भी किया गया है। ‘ऑगर’ मशीन के जरिए मलबे के बीच से पाइप डालने का काम पूर्वाह्न 11.30 बजे शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अभी 12-14 मीटर और जाना है। मुझे उम्मीद है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो शुक्रवार शाम तक अभियान समाप्त हो सकता है।’’ 

बता दें कि बृहस्पतिवार को फिर से अवरोध पैदा हुआ क्योंकि जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी हुई है, उसमें दरारें दिखने के बाद ड्रिलिंग रोक दी गई। बुधवार देर रात ऑगर मशीन के रास्ते में आए लोहे के गर्डर को काटने में छह घंटे की देरी के बाद दिन में ऑपरेशन फिर से शुरू होने के कुछ घंटे पश्चात अवरोध पैदा हुआ।

ऑगर मशीन में आ रही दिक्कत अब ठीक
उत्तरकाशी टनल में ड्रिलिंग कर रही अमेरिकन ऑगर मशीन जिस प्लेटफार्म पर चल कर काम करती है, उसमें आई दिक्कत को फिर से ठीक कर लिया गया है। अब प्लेटफार्म पर अमेरिकन ऑगर मशीन आसानी से चल पाएगी. अधिकारियों ने बताया कि डीआरडीओ (DRDO) की टीम आज सबसे पहले 48 मीटर से (जहां तक पाइपलाइन डाली जा चुकी है) आगे की स्थिति एक खास इक्विपमेंट जिसे मैपिंग कैमरा कहा जा सकता है, उसकी मदद से स्कैनिंग के जरिए देखने की कोशिश करेगी कि आगे ड्रिलिंग शुरू करने में कोई दिक्कत तो नहीं है.

DRDO की यह मशीन स्कैनिंग के जरिए अगले 20 मीटर तक की स्थिति बताएगी। DRDO की स्कैनिंग रिपोर्ट के बाद ड्रिलिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अधिकारियों ने ऑगर मशीन में किसी भी तकनीकी खराबी से इनकार किया। अधिकारियों ने यह भी बताया कि अब लक्ष्य तक़रीबन 7 से 9 मीटर दूर है। अधिकारियों ने कहा कि उम्मीद है कि आज हम रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर पाएंगे।

सुरंग में 12 दिन से फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के कार्य में बृहस्पतिवार को फिर से अवरोध पैदा हुआ क्योंकि जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी हुई है उसमें दरारें दिखने के बाद ड्रिलिंग रोक दी गई थी। बुधवार देर रात ‘ऑगर’ मशीन के रास्ते में आए लोहे के गर्डर को काटने में छह घंटे की देरी के बाद दिन में अभियान फिर से शुरू होने के कुछ घंटे पश्चात अवरोध पैदा हुआ। उत्तराखंड के चार धाम मार्ग में निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद 12 नवंबर को विभिन्न एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान शुरू होने के बाद से यह तीसरी बार है कि ड्रिलिंग कार्य रोका गया है।

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