बदायूं: चिकित्सकों में खौफ, पोस्टमार्टम के पहले और बाद में दिखा रहे शव, जानिए क्या है पूरा मामला
पोस्टमार्टम से पहले चार परिजन और बाद में दो परिजनों को दिखाया जा रहा है शव
फोटो- शव देखने के बाद पोस्टमार्टम हाउस से बाहर आते मृतक के परिजन।
बदायूं, अमृत विचार। पोस्टमार्टम हाउस पर महिला के शव की आंखें गायब होने के मामले के बाद पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों में कार्रवाई का खौफ है। दो दिन पहले तक वीडियोग्राफी के सामने पोस्टमार्टम करने की बात कही। जिसके रुपये मृतक के परिजनों को वहन करने पड़े। चिकित्सक परिजनों पर ज्यादा लोड नहीं डालना चाहते। वह पोस्टमार्टम करने से पहले और बाद में परिजनों को शव दिखा रहे हैं।
थाना मुजरिया क्षेत्र के गांव रसूला में 11 दिसंबर को पूजा ने पति से विवाद के बाद फंदा लगाकर जान दे दी थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो हैंगिंग से मौत होने की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव घर ले गए। महिला के शव की आंखें गायब होने पर डीएम से शिकायत की। डीएम ने रात में ही शव का पोस्टमार्टम दोबारा कराया।
मृतक महिला के भाई राजकुमार की तहरीर पर पहला पोस्टमार्टम करने वाले दो चिकित्सक डॉ. आरिफ और डॉ. उवैश के खिलाफ दर्ज की गई। दोनों चिकित्सकों को जेल भेजा गया। शासन स्तर से सीएमओ डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय को निलंबित किया गया। जिसके बाद से पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक खौफ में हैं।
दो दिन पहले चिकित्सक की मांग पर वीडियोग्राफी में ही पोस्टमार्टम कराया गया। वीडियो एक शव के पोस्टमार्टम पर 3500 रुपये परिजनों से ले रहा था। परिवार में मौत होने और इतनी रुपये देने पर परिजनों ने असमर्थता भी जताई थी। एक मृत युवक के परिजनों ने रुपये न होने पर पोस्टमार्टम कराने से इंकार किया था।
चिकित्सकों ने उनकी परेशानी समझी है। उन्होंने बिना वीडियोग्राफी के पोस्टमार्टम कराने का फैसला लिया। शव पोस्टमार्टम के लिए आने पर चार परिजनों को शव दिखाया जा रहा है और पोस्टमार्टम के बाद भी दो परिजनों को शव दिखाया जा रहा है। असंतुष्ट होने पर परिजन लिखित में सूचना देंगे।
यह भी पढ़ें- बदायूं: दूध बढ़ाने के नाम पर झोलाछाप ने लगाए छह इंजेक्शन, भैंस की मौत
