फतेहपुर : कोरोना के नए वैरिएंट का खतरा देख अलर्ट जारी, कागजों में ही दिख रही तैयारी 

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Published By Jagat Mishra
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फतेहपुर, अमृत विचार। दूसरे प्रांतों में कोरोना का प्रकोप शुरू होने के बाद शासन ने संक्रमण से बचाव के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके बाद सभी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को संदिग्ध लक्षण वाले मरीजों की जांच व सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन जिले में संक्रमण के खतरे से निपटने की तैयारी अभी कागजों में ही सीमित है।

जिले में नौ अक्टूबर 2022 के बाद कोरोना का कोई नया केस नहीं मिला है, लेकिन केरल व महाराष्ट्र के बाद गाजियाबाद में एंटीजन किट से हुई जांच में कोरोना का एक केस मिलने के बाद शासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। इसके बाद भी कोरोना के खतरे पर लोग गंभीर नहीं हैं। हालांकि बचाव के लिए सभी उपकरणों को चाक चौबंद कराया जा रहा है। वहीं सभी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को सैंपलिंग बढ़ाने तथा खतरे से निपटने के लिए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद भी हर स्तर पर लापरवाही हो रही है।

कोरोना का खतरा फिर भी सैंपलिंग की खाना पूरी 
कोरोना काल में जहां जिले में एंटीजन व आरटीपीसीआर के लिए करीब एक हजार से 12 सौ तक सैंपल प्रतिदिन लिए जाते थे। वहीं सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश के बाद भी जहां इस समय एंटीजन से महज सौ से डेढ सौ सैंपल की ही जांच हो पा रही है। एपीडेमियोलॉजिस्ट डॉ. अब्दुल्लाह के अनुसार मौजूदा समय में आरटीपीसीआर लैब में कोराना की जांच नहीं हो रही है। सीएमओ ने तत्काल जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

कोरोना संक्रमण के खतरे से डरें नहीं पर बरते सावधानी
सीएमओ डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए आवश्यक तैयारियां कर ली गईं है। इससे डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन बचाव के लिए सावधानी बरतना जरूरी है। उन्होने कहा कि नौ अक्टूबर 2022 के बाद कोरोना का कोई केस जिले में नहीं मिला है। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को सतर्कता बरतने तथा संदिग्ध लक्षण वालों के सैंपल लेकर जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना से बचाव के लिए 10 वेंटीलेटर वाले पीकू, 12 वेंटीलेटर युक्त कोविड अस्पताल के साथ चार आक्सीजन प्लांट क्रियाशील करने की तैयारी की जा रही है।

अस्पतालों में भी मॉस्क व सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी
शासन से कोरोना संक्रमण से बचाव का अलर्ट जारी होने के बाद भी कोरोना प्रोटोकाल के पालन में लापरवाही जारी है। अस्पतालों में आने वाले मरीज तो दूर डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी तक मॉस्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में कोई भी मॉस्क लगाए नजर नहीं आया।

कोविड कमांड सेंटर 
कोराना काल में कलेक्ट्रेट में कोविड कमांड सेंटर बना था, इसको अक्टूबर के बाद बंद कर दिया गया था। रेलवे व बस स्टेशनों पर बाहर से आने वालों की जांच आदि की प्रकिया भी उसी समय से बंद है। इससे खागा, फतेहपुर, बिन्दकी स्टेशनों पर बाहर से आने वाले यात्री बेधड़क होकर ट्रेन से आवागमन कर रहे हैं।

जिले में की जा रही यह तैयारी
30 वेंटीलेटर युक्त पीकू व कोविड एल-2 अस्पताल 
04 आक्सीजन प्लांट संक्रमित गंभीर मरीजों के लिए तैयार
60 बेड सीएचसी बिन्दकी, खागा (हरदों) में आरक्षित
02 आरटीपीसीआर मशीन बीएसएल-2 लैब में
70 जंबो व 105 बी टाइप आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध
120 आक्सीजन कंसंट्रेटर का भी जिले में है इंतजाम

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