ये कैसी योजना : ठंड के मौसम में तीन हजार नौनिहालों को गर्मभोजन बना सपना

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
On

3056 आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत हैं 3 से 6 वर्ष तक के 73 हजार बच्चे

बाराबंकी, अमृत विचार। जिले में हॉटकुक्ड योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्र के नौनिहालों को गर्मभोजन देने की शुरुआत भले ही जिलाधिकारी के हाथों से हुई हो लेकिन योजना शुरु होने के एक माह बाद भी करीब तीन हजार नौनिहाल ऐसे हैं जो ठंड के मौसम में गर्म  भोजन मिलने का सपना देख रहे हैं। 130 आंगनबाड़ी केंद्रों में अभी भी गर्मभोजन बनाने की व्यवस्था शुरु नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि इन केंद्रों में जहां खाना बनाने के लिए कर्मचारी नहीं हैं वहीं यह केंद्र परिषदीय स्कूलों से 200 मीटर से अधिक दूरी पर हैं। विभाग का कहना है कि इन आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए कोई दूसरी व्यवस्था बनाने की तैयारी चल रही है।

प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत 3 से 6 वर्ष तक के नौनिहालों को गर्मभोजन देने की शुरुआत 25 नवंबर को थी। इसके तहत जिले के 3056 केंद्रों पर पंजीकृत 3 से 6 वर्ष तक के करीब 73 हजार बच्चों को इसका लाभ मिलना था। बाल विकास पुष्टाहार विभाग का कहना है कि जिले के 2926 केंद्रों पर गर्मभोजन देने की व्यवस्था बेहद सुचारु रुप से चल रही है। अब ऐसे में शेष बचे 130 आंगनबाड़ी केंद्रों के करीब तीन हजार नौनिहाल गर्मभोजन का स्वाद चखने की इंतजार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन केंद्रों पर खाना बनाने के लिए रसोईयां या अन्य विभाग कर्मचारियों की संख्या काफी कम हैं। साथ ही यह केंद्र परिषदीय विद्यालय से करीब दो सौ मीटर से अधिक दूरी पर संचालित हो रहे हैं। ऐसे में स्कूल की रसोइयां द्वारा दो स्थानों पर जाकर भोजन बनाना संभव नहीं हैं। विभाग का कहना है कि इन केंद्रों पर गर्मभोजन बनाने के लिए कोई दूसरा रास्ता निकालने पर मंथन चल रहा है।

रसोइयों को मिल रहा प्रति लाभार्थी 50 पैसा 
स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों पर खाना बनाने वाली रसोइयां को प्रति लाभार्थी 50 पैसा की राशि निर्धारित की गई है। जबकि कन्वर्जन कॉस्ट के रुप में प्रति लाभार्थी के लिए 4 रुपये 50 पैसे की धनराशि शासनस्तर से निर्धारित की गई है। इसके अलावा माह में आठ दिन गेहूं और 17 दिन चावल देने के साथ प्रतिदिन व्यंजन का मेन्यू भी तय किया गया है। इसके आधार पर व्यंजन बनाने का दावा किया गया है।

वर्जन-
आंगनबाड़ी केंद्रों पर अगर गर्मभोजन नहीं बन रहा है तो इस संबंध में संबंधित से जानकारी ली जाएगी। अगर कहीं कोई दिक्कत है उसे दूर कर नौनिहालों को इसका लाभ दिया जाएगा। शासन की यह महत्वपूर्ण योजना है।

-एकता सिंह, सीडीओ

ये भी पढ़ें -प्रयागराज : अरैल में कटान बनी बाधा, सिंचाई विभाग ने लगाया मड पंप

संबंधित समाचार