प्रयागराज : अरैल में कटान बनी बाधा, सिंचाई विभाग ने लगाया मड पंप
नैनी/ प्रयागराज, अमृत विचार। मकर संक्रांति पर्व के शुरु होने के पहले माघ मेले में एक बड़ी समस्या शुरु हो गयी है। अरैल में कटान माघ मेला की तैयारी में बाधा बन रही है। हालाँकि पक्का घाट के आसपास कटान को रोकने के लिए सिंचाई विभाग की ओर से मड पंप लगा दिया गया है। इस पंप को लगाकर नदी की धारा को घाट से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। सौ मीटर बने पक्के घाट के पास ही पचास मीटर और पक्का घाट निर्माण की योजना है।
14 जनवरी से माघ मेला शुरू हो रहा है और इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है। चकर्ट प्लेट के साथ ही पेयजल पाइप लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। बिजली के खंभे लगाने का कार्य भी अरैल क्षेत्र में तेजी से किया जा रहा है। अरैल में बने सौ मीटर के पक्के घाट के सामने कटान के कारण मेला क्षेत्र सोमेश्वर महादेव की ओर बढ गया है। कटान को देखते हुए सिंचाई विभाग द्वारा यहां मड पंप लगाकर नदी की धारा को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। बीते 11 दिसंबर से ही मड पंप लगा हुआ है। महाकुंभ 2025 को लेकर यह तैयारी की जा रही है। सौ मीटर पक्के घाट के पास ही पचास मीटर और पक्के घाट का निर्माण करने की योजना है। इसका प्रस्ताव भी बन चुका है।
मेला क्षेत्र का विस्तारित करने के साथ अरैल घाट पर पर्यटन बढ़ाने को लेकर यहां घाट का निर्माण किया जाना है। इस पक्के घाट पर पार्किंग, सीटिंंग प्लाजा, मेडिटेशन सेंटर और बुजुर्ग और शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए रैंप बनाया जाएगा। महाकुंभ 2025 को देखते हुए यह व्यवस्था की जा रही है। यदि यह प्रपोजल पास हो गया तो माघ मेले के बाद घाट निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। साथ ही यहा पार्किंग, सीटिंग प्लाजा, मैडिटेशन जोन, रैंप आदि का निर्माण होगा। इसे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया जा रहा है। शासन की तरफ से यह सारी व्यवसथा महाकुंभ 2025 को देखते हुए की जा रही है। सिर शासन के प्रताव के आदेश का इंतजार है। यदि यह प्रस्ताव स्वीकृत हो गया तो माघ मेले के बाद घाट निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। साथ ही यहां पार्किंग, सीटिंग प्लाजा, मैडिटेशन जोन, रैंप आदि का भी निर्माण होगा। शासन इसे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विकसित कर रही है।
वर्जन:-
कटान रोकने के लिए मड पंप लगाया गया है। धारा मुड़ने के साथ ही बहाव के कारण पक्के घाट के पास कटान अधिक हो गया है। इसे रोकने के लिए जियाे ट्यूब लगाई जा रही है। 20 गुड़े तीन मीटर क्षेत्र की जियो ट्यूब लगाया जा रहा है। कटान रोकने के लिए दस ट्यूब लगाया जाएगा।
-रामबली, जेई, सिंचाई विभाग
ये भी पढ़ें -लखनऊ में दबंग ने जमीनी विवाद में की फायरिंग, गिरफ्तार
