कासगंज: माघ मेले की तैयारी ने बढ़ा दी काली नदी की शुद्धता, ऑक्सीजन लेवल हुआ संतुलित

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Published By Moazzam Beg
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कासगंज, अमृत विचार। यदि प्रयास गंभीरता से किया जाए तो कोई भी कार्य में नामुमकिन नहीं होता। शासन से निर्देश मिले तो अब काली नदी का पानी ही शुद्ध हो गया। इस प्राकृतिक नदी का पानी औद्योगिक इकाइयों के कूड़े कचरे से प्रदूषित हो चुका था, लेकिन प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले की तैयारी ने काली नदी के पानी को शुद्ध कर दिया।

प्रयागराज में प्रस्तावित माघ मेले को लेकर कालीनदी के जल को निर्मल करने के लिए छिड़ी मुहिम अंतिम चरण में है। हजारा नहर के पानी से कालीनदी का जल भी शुद्घ हो गया है। कालीनदी की धार में जैसे ही गंगा नदी में मिली तो काली नदी के जल की शुद्घता बढ़ने लगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मॉनिटरिंग में बेहद गुणवत्तापूर्ण पानी पाया है। 

14 जनवरी से प्रयागराज में माघ मेला शुरू हो रहा है। इस मेले में दूर दराज से साधू संत और श्रद्धालु पहुंचते हैं और संगम में स्नान करते हैं। संगम में गंगा की धार मिलती है और गंगा की धार में कालीनदी की धार मिलती है, लेकिन कालीनदी का पानी काफी समय से प्रदूषित था। इसकी गुणवत्ता सुधारने के लिए लगातार कोशिश हुई। लखनऊ से मॉनिटरिंग हुई। 

अंतिम चरण में पाया गया है कि पानी में डिजॉल्वड ऑक्सीजन की मात्रा 10 मिलीग्राम प्रतिलीटर तक पहुंच गई है जो पानी की शुद्घता को दर्शाती है। यह काली नदी में छोडे़ गए हजारा नहर के पानी के कारण हो रहा है। इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अलीगढ़ इकाई ने गंगानदी में मिलती कालीनदी के धार के पानी के नमूने लिए तो गंगानदी के पानी की शुद्धता और भी बेहतर पाई गई है। 

यहां से यहां तक हुई व्यवस्था
काली नदी में बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा, मैनपुरी, कन्नौज की औद्योगिक इकाइयों का कूड़ा कचरा पड़ता है। कन्नौज में जाकर इस नदी की धार गंगा नदी की मुख्यधर से मिल जाती है। फिर प्रदूषित पानी गंगा नदी में गिरता है। इसलिए बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, एटा, मैनपुरी, कन्नौज तक काली नदी के पानी को शुद्ध करने की पहल की गई।

इकाई संचालकों को दिए गए थे नोटिस
 बुलंदशहर और अलीगढ़ में सबसे अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं। यहां प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से औद्योगिक इकाइयों के संचालकों को नोटिस दिए गए। स्पष्ट किया गया कि औद्योगिक इकाइयों में लगे सीवरेज प्लांट से पानी शुद्ध करने के बाद ही काली नदी में डाला जाए। अन्यथा कार्रवाई होगी। इस नोटिस के बाद औद्योगिक इकाइयों ने गंभीरता दिखाई।

यह हुआ सुधार
काली नदी 12 मिलीग्राम प्रतिलीटर तक डिजॉल्वड ऑक्सीजन है। जो पहले काफी कम थी अब संतुलित है। जबकि बॉयोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड की मात्रा न्यूनतम 2 से बढ़कर अधिकतम 12 पहुंच गई थी। यह संतुलित हो गई है। इसके अलावा रासायनिक ऑक्सीजन डिमांड भी संतुलित हो चुकी है।

शासन से दिशा निर्देश मिले। उसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने काली नदी के पानी को शुद्ध करने के प्रयास किए। हजारा नहर का पानी काली नदी में मिलाया गया और भी प्रयास किए गए। उसके बाद काली नदी का पानी शुद्ध होने लगा है।-केके शर्मा, टेक्नीशियन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अलीगढ़

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