Etawah: प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की कैलिपी की तस्करी करने वाले दो तस्कर एसटीएफ ने पकड़े, पं बंगाल भेजने की थी तैयारी

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Published By Nitesh Mishra
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एसटीएफ ने प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की कैलिपी की तस्करी करने वाले दो तस्कर एसटीएफ ने पकड़े।

एसटीएफ ने प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की कैलिपी की तस्करी करने वाले दो तस्कर एसटीएफ ने पकड़े। एसटीएफ ने 36 किग्रा कैलिपी बरामद की। पं बंगाल भेजने की तैयारी थी।

इटावा, अमृत विचार। लखनऊ से एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की कैलिपी की तस्करी करने वाले दो तस्करों को इटावा से गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से 36 किग्रा कैलिपी बरामद की गई। 

अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लखनऊ विशाल विक्रम सिंह के पर्यवेक्षण में निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह फील्ड इकाई कानपुर ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। एसटीएफ को जानकारी मिली कि कुछ लोग मध्यप्रदेश के साथ-साथ मैनपुरी, फिरोजाबाद, आगरा आदि जनपदों से प्रतिबन्धित/संरक्षित प्रजाति के कछुओं को जनपद इटावा में इकठ्ठा कर उनकी कैलिपी निकालकर पश्चिम बंगाल में सप्लाई करने के काम में लगे हैं।

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इसी क्रम में  निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम  ने मंगलवार को इटावा रेलवे स्टेशन से पश्चिम बंगाल जाने वाली ट्रेन में पार्सल बुक करके प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की कैलिपी को पार्सल कराने आए एक महिला समेत दो तस्करों को धर दबोचा।

गिरफ्तार अभियुक्त जगदीश पुत्र वंशीलाल  निवासी कोकापुरा इटावा ने बताया कि वह मैनपुरी, फिरोजाबाद, आगरा से प्रतिबन्धित कछुओं को एकत्रित करके उनकी कैलिपी निकालकर पश्चिम बंगाल ले जाकर सप्लाई करता है।

पुलिस ने जगदीश और दूसरी अभियुक्त राजेन्द्री देवी पत्नी किशन लाल निवासी कोकपुरा को गिरफ्तार कर लिया। वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं के तहत कार्रवाई के लिए क्षेत्रीय वन अधिकारी इटावा रेंज वन प्रभाग इटावा के सुपुर्द किया गया। अभियुक्तों के पास से 36 किग्रा कछुओं की कैलिपी बरामद की गई है।

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