अल्मोड़ा: सख्त भू-कानून को लेकर भिकियासैंण में स्वाभिमान रैली, जोरदार प्रदर्शन 

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Published By Bhupesh Kanaujia
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अल्मोड़ा, अमृत विचार। प्रदेश में सख्त भू कानून, मूल निवास और अनिवार्य चकबंदी लागू करने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा भिकियासैंण में स्वाभिमान रैली का आयोजन किया गया। रैली में भिकियासैंण, चौखुटिया, सल्ट, स्याल्दे, भतरौंजखान, द्वाराहाट और रानीखेत के सैंकड़ों लोगों ने प्रतिभाग किया।

रैली के दौरान लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन किया और शीघ्र अपनी मांगों पर कार्रवाई करने की मांग उठाई। कार्रवाई ना होने पर प्रदर्शन कारियों ने प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी है। 

 प्रदर्शन के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कृषक बागवान उद्यमी संगठन के दीपक करगेती ने प्रदेश में सख्त भू कानून के साथ साथ अनिवार्य चकबंदी की मांग की और 28 जनवरी को हल्द्वानी में आयोजित होने वाली विशाल रैली सफल बनाने का आह्वान किया। भू कानून और मूल निवास संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी व लुशन टोडोरिया ने अपने संबोधन में 2018 के विधानसभा प्रस्तावों को रद्द करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि इस संशोधन ने राज्य में बाहरी लोगों के भूमि खरीद के रास्ते खोल दिए हैं। वरिष्ठ आंदोलनकारी चारु तिवारी ने सरकार से तत्काल भू कानून के लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक कर उत्तराखंड में सख्त भू कानून लगाने, मूल निवास 1950 लागू करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के 23 सालों में उत्तराखंड की अंदरूनी हालत खोखली हो चुकी है। तिवारी ने कहा कि सरकारें इन्वेस्टर समिट के नाम पर बाहरी लोगों के लिए उत्तराखंड में भूमि के खरीद फरोख्त के रास्ते खोल दिए हैं। इसलिए ऐसे में राज्य की स्थिति बद से बदत्तर होने में देर नहीं लगेगी। 

प्रदर्शन और सभा में मनीष सुंदरियाल, कपिल खुल्वै, भोपाल सिंह रावत, नारायण सिंह रावत, धनगढ़ी पुल संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुनील टम्टा ,दीपक ढौंढियाल, प्रांजल ढौंडियाल, रब्बू रौतेला, पुष्कर पाल, आनंद नाथ, राकेश बिष्ट सहित सैंकड़ों आंदोलनकारी मौजूद रहे।

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