Auraiya News: बेनतीजा रही अधिकारियों और किसानों के बीच वार्ता; चक्रव्यूह में फंसा कंचौसी फ्लाई ओवर निर्माण...
औरैया, अमृत विचार। कंचौसी रेलवे फ्लाई ओवर का निर्माण किसानों के चक्रव्यूह में फंस गया है। तमाम कोशिशों के बावजूद भी प्रशासनिक अमला और किसानों के बीच चल रहे मंथन का आज तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका है जिससे कंचौसी कस्बा में जाम की समस्या विकराल बनती जा रही हैं।

कानपुर देहात और जिला औरैया की सीमा पर बसे कंचौसी कस्बा की कहानी बेहद दिलचस्प हैं। बार्डर पर होने के कारण यहां की बड़ी विकास योजनाओं को ज्यादातर दोनों जिलों पर निर्भर रहना पड़ता हैं। वैसे आरओबी के मामले में भी यही है। औरैया जिले के नाम पर बनने वाला रेल ब्रिज रेलवे फाटक से दो सौ मीटर दूर कानपुर देहात की भूमि पर अधूरा बना हुआ है, जो मांग के अनुरूप किसानों का मुआवजा भुगतान न होने से किसान अपनी भूमि पर आरओबी निर्माण का विरोध कर रहे हैं।
कुछ किसान हाईकोर्ट में भी उचित मुआवजा की लड़ाई लड़ रहे हैं। तीन सालों से शुरू हुए आरओबी निर्माण का हाल यह है कि सबसे पहले रेलवे फाटक पर ही निर्माण शुरू कराया गया। जहां दो पिलर ही बन सके और सड़क किनारे के मकानों के आरओबी के जद में आने से ब्रिज निर्माण खेतों की तरफ किए जाने की मांग की गई। जिससे रेलवे ने स्टेशन के पूर्वी और पश्चिमी दिशा में भी सर्वे कराया। जहां पूर्वी दिशा में आउटर सिग्नल के पास कानपुर देहात के बान, रानेपुर राजस्व गांवो की भूमि पर आरओबी निर्माण शुरू करा दिया गया।
उस जगह रेलवे लाइन के उत्तर दिशा में पिलर भी बना चुके है। लेकिन ब्रिज निगम और किसानों के बीच भूमि का उचित प्रतिकर देने की मांग की गई। मामले को लेकर कई बार अकबरपुर सांसद देवेंद्र सिंह भोले, जिलाअधिकारी कानपुर देहात, एसडीएम डेरापुर, ब्रिज निगम के मंडल स्तर तक के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच भी कई स्तर की वार्ता हो चुकी हैं। फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला। सबसे बड़ी बात यह है कि रेलवे ब्रिज निगम ने किसानों को बिना मुआवजा दिए ही आरओबी का निर्माण शुरू करा दिया था।
हाल ही में एक बार फिर रविवार को किसानों के बीच राजस्व अमले के साथ पहुंची एसडीएम डेरापुर शालिनी, सीओ डेरापुर शिवा ठाकुर एसओ मंगलपुर और कंचौसी चौकी पुलिस कर्मियों के समक्ष हुई वार्ता भी बेनतीजा रही। जिससे किसानों ने आवास रेट का दो गुना देने की मांग की तब आरओबी निर्माण होने देगे,नही तो कानपुर कमिश्नरी में रिट दायर कर उचित मुआवजा की मांग करेंगे।
जिसके कारण आरओबी निर्माण का कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। रेलवे फाटक पर पुरानी जगह पर पिछले दिनों रेलवे और ब्रिज निगम के आगरा से आए इंजीनियरों की टीम ने पुनः सर्वे शुरू कराया जिससे आरओबी निर्माण की दशा-दिशा तय की जा सके।
