World Hearing Day 2024: बच्चों से लेकर युवाओं में बढ़ रही कम सुनाई देने की समस्या, जानिए लक्षण और बचाव

सरकारी व निजी अस्पताल में रोजाना पहुंच रहे आठ, दस मरीज

World Hearing Day 2024: बच्चों से लेकर युवाओं में बढ़ रही कम सुनाई देने की समस्या, जानिए लक्षण और बचाव

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग और ईयरफोन बच्चों से लेकर युवाओं में सुनने की क्षमता प्रभावित कर रहा है। कम सुनाई देने की समस्या लेकर युवा सरकारी से लेकर निजी अस्पताल पहुंच रहे हैं। इनमें 35 साल से कम युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। मेडिकल कॉलेज के ईएनटी सर्जन बताते हैं कि पिछले कुछ सालों से हियरिंग लॉस यानि कम सुनने की समस्या युवाओं में तेजी से बढ़ रही है। रोजाना आठ से दस मरीज आते हैं। कानों के लिए तेज 80 डेसिबल से ज्यादा की ध्वनि खतरनाक है। इससे कानों के श्रवण तंतुओं को नुकसान पहुंचता है।

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बच्चों के कान का परीक्षण करती ईएनटी डॉ. प्रियंका।

मेडिकल कॉलेज के ईएनटी सर्जन डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि रोजाना करीब 100 से 125 नाक, कान व गले की समस्या के मरीज आते हैं। इनमें कम सुनने के मरीजों की संख्या करीब 25 से 30 रहती हे। इनमें दस से 12 मरीज ऐसे होते हैं, जिनको अचानक कान में सांय सांय व सीटी की आवाज आने के साथ कम सुनाई देना लगता है या फिर पूरी तरह से सुनना बंद हो जाता है। 

मालूम करने पर इसकी वजह डीजे व पटाखों की आवाज मिलती है। जबकि कुछ युवा ईयरफोन लगाकर देर तक गाना सुनने एवं बात करना बताते हैं। जबिक ईयरफोन व इस तरह की अन्य सामग्री के उपयोग से कानों की सुनने की क्षमता प्रभावित होने लगती है। उन्होंने बताया कि दिनभर में दो घंटे से ज्यादा ईयरफोन आदि का प्रयोग लगातार न करें, क्योंकि ईयरफोन की ध्वनि फ्रीक्वेंसी 90 से 100 डेसिबल तक मिली है। 

अलग अलग माध्यमों से उत्पन्न डेसिबल-  

माध्यम- डेसिबल

  1. सामान्य बातचीत- 60 से 65  
  2. व्यस्त सड़क- 75 से 85 
  3. हेवी ट्रैफिक- 85 से 90
  4. ट्रक हार्न- 90 
  5. हैंडड्रिलः 98  
  6. भारी लॉरी सात मीटर वाली- 95 से 100 
  7. एमपी थ्री प्लयेर- 112 , 
  8. एंबुलेंस सायरन- 120 
  9. पटाखा व डीजे- 100 से 150  

लक्षण 

  • किसी की आवाज कम सुनाई देना। 
  • टीवी आदि तेज आवाज में देखना। 
  • कान में दर्द होना या फिर पीछे की आवाज न सुनना।
  • सामने वाले के बोले गए शब्दों को न समझ पाना।

बचाव 

  1. ईयरप्लग्स या ईयरमफ्स का उपयोग करने से बचें। 
  2. म्यूजिक प्लेयर पर 60 डेसिबल आवाज पर दिन भर में 60 मिनट से ज्यादा न गाने न सुनें। 
  3. मोबाइल फोन में यदि स्मार्ट वॉल्यूम की सुविधा है तो उसका उपयोग करें।

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