गोंडा: धोखाधड़ी मामले में कांग्रेस के पूर्व कारागार मंत्री की जमानत अर्जी खारिज, भेजे गए जेल

उरई के डाक्टर को खनन पट्टे में पार्टनर बनाने का झांसा देकर की थी 25 लाख की ठगी

गोंडा: धोखाधड़ी मामले में कांग्रेस के पूर्व कारागार मंत्री की जमानत अर्जी खारिज, भेजे गए जेल

गोंडा, अमृत विचार। 6 साल पहले उरई जिले के रहने वाले एक डाक्टर को खनन पट्टे में पार्टनर बनाने का झांसा देकर 25 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में कोर्ट ने बुधवार को प्रदेश के पूर्व कारागार मंत्री व कांग्रेस सांसद रहे विनय कुमार पांडेय उर्फ बिन्नू पांडेय की जमानत अर्जी खारिज कर दी। 

जमानत खारिज करने के साथ ही कोरिट ने उन्हे जेल भेज दिया। मामले में वह अंतरिम जमानत पर थे। बुधवार को पूर्व सांसद की जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि अपराध गंभीर प्रकृति का है इसलिए आरोपी को जमानत पर रिहा किया जाना न्यायोचित नहीं है‌। 

उरई जिले के रहने वाले डा. उमाशंकर सोनी ने वर्ष 2018 में पूर्व सांसद के खिलाफ जिले की नगर कोतवाली में खनन पट्टे के नाम पर 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। विवेचना के बाद पुलिस ने पूर्व सांसद से खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया था‌। 

मामले में पूर्व सांसद विनय पांडेय अंतरिम जमानत पर थे। बुधवार को उनकी पूर्णकालिक जमानत के लिए कोर्ट सुनवाई कर रही थी। पूर्व सांसद ने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए मुकदमें के फैसले तक जमानत दिए जाने की मांग की थी। 

सुनवाई के बाद कोर्ट ने कहा कि चूंकि अपराध गंभीर किस्म का है और आजीवन कारावास कटसे दण्डनीय है इसलिए आरोपी को जमानत नहीं दी जा सकती। इसके साथ ही कोर्ट ने पूर्व सांसद की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया। जमानत खारिज होने के बाद उन्हे जेल भेज दिया गया।  

यह था पूरा मामला 

उरई जिले के सिविल लाइन क्षेत्र के रहने वाले डा उमाशंकर सोनी के मुताबिक चिकित्सा पेशे से जुड़े होने के कारण उनकी पूर्व सांसद विनय से जान पहचान थी। वह विनय पांडेय से कई बार उनके आवास विकास स्थित आवास पर मिल चुके थे। डा उमाशंकर का कहना है कि पूर्व सांसद ने उन्हे बताया कि उरई जिले में उनका बालू खनन का ठेका है। उनका आना जाना उरई नहीं हो पाता।

पूर्व सांसद ने डाक्टर उमाशंकर को ठेके में 35 प्रतिशत का पार्टनर बनाने का वादा करते हुए उनसे 25 लाख रुपये ले लिए। रुपये लेने के बाद पूर्व सांसद ने सौ रूपये के स्टांप पर एक ओएमयू थी साइन कराया लेकिन जब खनन का काम शुरू हुआ तो उन्हे सूचना नहीं दी गयी।

जानकारी होने पर जब उन्होंने पूर्व सांसद से संपर्क किया तो उन्होने कहा कि वह उनके पैसे जल्द लौटा देंगे। डाक्टर उमाशंकर का कहना है कि वह चार साल तक अपने पैसे की वापसी के लिए चक्कर काटते रहे लेकिन उन्हें पैसा नहीं मिला। परेशान होकर उन्होने वर्ष 2022 में पूर्व सांसद विनय कुमार पांडेय के खिलाफ नगर कोतवाली में जालसाजी की विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करायी थी।

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