UPPCL पर कर्मचारियों को धमकाने और धनउगाही करने का आरोप, कर्मचारी संघ ने कहा-अवसाद में हैं वर्कर  

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Published By Jagat Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के संविदा कर्मियों की आवाज बुलंद करते हुए यूपीपीसीएल निविदा /संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री देवेंद्र कुमार पांडेय ने आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि कारपोरेशन के तुगलकी फरमान जैसे बिजली बन्द नहीं होनी चाहिए ,यदि बन्द हुई तो नौकरी गई ,सुरक्षा उपकरण मिलेगा नहीं,सड्डाउन मिलेगा नहीं, राज्स्व वसूली कम हुई तो नौकरी गई, को लेकर आउटसोर्स कर्मचारी अवसादग्रस्त हो रहे हैं। इतना ही नहीं इन धमकियों की आड़ में उनसे अवैध तरीके से धनउगाही भी की जा रही है।  

प्रदेश महामंत्री ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों पर कार्य का अधिक भार पड़ने, बात बात में कार्य से हटाने कि धमकी देने एवं अन्य प्रकार से उत्पीड़न करने से आउटसोर्स कर्मचारी अवसाद ग्रस्त हो रहे हैं। जिसका जिता जागता उदाहरण लखनऊ के कठवारा विद्युत उपकेंद्र पर कार्यरत गुलाब के रूप में देखा जा सकता है। उन्होंने मांग की है कि गुलाब से जुड़े प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय, साथ ही गुलाब के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह धनराशि भी दी जाये। उन्होंने परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की बात भी कही। 

महामंत्री ने कहा कि विभाग की तरफ से कई तरह के काम कर्मचारियों से कराये जा रहा हैं जिससे कर्मचारियों को 8 घंटे 26 दिन के स्थान पर 16 घंटे 30 दिन कार्य करना पड़ रहा है। इसके बावजूद भी अधिकारियों द्वारा पिछले 10 - 15 वर्षों से कार्य कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों पर कार्य ठीक न करने आदि का आरोप लगाकर बात बात में कार्य से हटाने कि धमकियां दी जा रही हैं तथा अपने आप को बचाने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने के नाम पर धन उगाही की जा रही है‌। जिसके कारण बिजली के आउटसोर्स कर्मचारियों का बड़े पैमाने पर दुर्घटनाएं हो रही हैं। कर्मचारी नेता ने इसको लेकर कॉर्पोरेशन के अधिकारीयों से संज्ञान लेने की बात कही। 

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