रामपुर: किसानों की जमीन कब्जाने के पांच मामलों में आजम के कुनबे समेत 12 लोगों पर आरोप तय

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Published By Vishal Singh
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चमरौआ विधायक,तत्कालीन थाना प्रभारी और लेखपाल भी शामिल

रामपुर, अमृत विचार। जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीन कब्जाने के पांच मामलों  में गुरुवार को एमपी-एमएलए (मजिस्ट्रेट ट्रायल) कोर्ट ने सपा नेता आजम खां, उनके परिवार के चार सदस्यों और चमरौआ के सपा विधायक नसीर खां समेत 12 लोगों के खिलाफ आरोप तय कर दिए। अब इस मामले में 21 मई को सुनवाई होगी।

बता दें कि सपा शासनकाल में सपा नेता आजम खां ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण कराया था। अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय की तर्ज पर मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को बनवाया गया था। सरकार जाने के बाद सूबे में आई भाजपा सरकार ने आजम खां और सपाइयों की घेराबंदी कर दी थी। इसमें जौहर ट्रस्ट के पदधिकारियों को भी घेरा गया था।

इस दौरान आलियागंज के काफी किसानों ने वर्ष 2019 में अजीमनगर थाने में तहरीर दी थी। जिसमें आरोप लगाया था कि पूर्व सांसद आजम खां ने सपा की सरकार के समय जमीन का बैनामा कराने का दबाव बनाया था। बैनामा नहीं कराने पर तत्कालीन सीओ आले हसन ने उन्हें धमकाया था। जिसके बाद जमीन को जौहर यूनिवर्सिटी में मिला लिया गया था। इसकी चार दीवारी करा दी गई थी। ग्रामीणों ने जब अपनी जमीन पर जाने का प्रयास किया, तो उन्हें डरा धमकाकर भगा दिया गया था। 

उन्होंने मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की थी। जिसके बाद तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमे दर्ज कर लिए थे। जिसके बाद पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी थी। गुरुवार को किसानों से जुड़े पांच  मामलों में एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सपा नेता आजम खां, आलेहसन,कुशलवीर, तंजीन फात्मा,अब्दुल्ला आजम ,अदीब आजम, निकहत अखलाक,जकी उर रहमान सिदद्की, मुश्ताक अहमद सिदद्की,फसीह जैदी और लेखपाल आनंदवीर सिंह पर आरोप तय कर दिए। इस दौरान कुछ आरोपी जेल से वीसी के जरिए पेश हुए। कुछ आरोपी कोर्ट में पेश हुए। अब इस मामले में  21 मई को  सुनवाई होगी।

लगातार आजम परिवार की बढ़ती जा रहीं मुश्किलें 
सपा नेता आजम खां और उनके परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। आजम खां डॉ. तंजीन फात्मा और अब्दुल्ल आजम खां दो जन्मप्रमाण पत्र मामले में सजा काट रहे हैं,लेकिन अब उनके बड़े बेटे अदीब आजम और बहन निकहत अखलाक भी कोर्ट में  फंसती  जा रही हैं। किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में उन पर भी आरोप तय हो गए हैं जबकि, तत्कालीन एसओ कुशलवीर भी शामिल हैं। इसके अलावा  चमरौआ विधायक नसीर अहमद खां भी शामिल हैं।

22 मामलों में पहले तय हो चुके हैं आरोप  
सपा नेता आजम खां और उनके परिवार  की चारों ओर से घेराबंदी लगातार बढ़ती जा रही है। एक माह पहले यानि चार अप्रैल को किसानों की जमीन कब्जाने के 22 मामलों में पहले ही आरोप तय हो चुके हैं। उसके बाद 16 मई को फिर से पांच मामलों में आरोप तय कर दिए गए हैं। इस तरह से अब तक 27 मामलों में आरोप तय हो चुके हैं।

किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में आजम परिवार सहित 12 लोगों पर आरोप तय किए हैं। अब इस मामले में 21 मई को सुनवाई होगी- अमरनाथ तिवारी,वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी।

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