इंसेफेलाइटिस पर काबू पाना सरकार की समन्वित कार्य योजना का परिणाम : सीएम योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस पर काबू पाना सरकार की समन्वित कार्ययोजना और निरंतर निगरानी का परिणाम है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बनने के बाद विभिन्न विभागों को एक मंच पर लाकर अभियान चलाया गया, जिससे दो वर्षों के भीतर इस घातक बीमारी को नियंत्रित कर लिया गया। मुख्यमंत्री योगी यहां इंडियन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी के 54वें वार्षिक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस लंबे समय तक एक गंभीर समस्या बनी रही, जिसमें हर साल जुलाई से नवंबर के बीच सैकड़ों बच्चों की मौत होती थी। चार दशकों में इस बीमारी से 50 हजार से अधिक बच्चों की जान गई। योगी ने कहा कि गोरखपुर से पांच बार सांसद रहने के दौरान उन्होंने इस मुद्दे को संसद में उठाया और सड़क से सदन तक संघर्ष किया।
मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने 18-19 वर्षों के अनुभव के आधार पर उन्होंने राज्य सरकार के 12 विभागों को एक साथ जोड़कर अभियान शुरू किया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाया गया। उन्होंने बताया कि इस अभियान की हर 15 दिन में समीक्षा की जाती थी और इसमें भारत सरकार के साथ-साथ यूनिसेफ और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का भी सहयोग मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समन्वित प्रयास का परिणाम यह हुआ कि दो वर्षों के भीतर इंसेफ्लाइटिस पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया।
