गोंडा : दशमोत्तर छात्रवृत्ति के 43 हजार आवेदन लंबित, सीडीओ ने जताई नाराजगी
गोंडा, अमृत विचार। दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के तहत आवेदनों की प्रगति की समीक्षा को लेकर मंगलवार को जिला पंचायत सभागार में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जनपद के समस्त उच्च शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य एवं नोडल (छात्रवृत्ति) उपस्थित रहे। समीक्षा में बड़ी संख्या में आवेदन लंबित पाए जाने पर मुख्य विकास अधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
बैठक में बताया गया कि शिक्षण संस्थानों द्वारा सामान्य वर्ग के 12,581, अनुसूचित जाति व जनजाति के 4,075, अन्य पिछड़ा वर्ग के 14,183 एवं अल्पसंख्यक वर्ग के 1,827 आवेदन पत्र अग्रसारित किए गए हैं। इस प्रकार कुल 32,666 आवेदन आगे बढ़ाए गए, जबकि 277 आवेदन निरस्त किए गए। वहीं सामान्य वर्ग के 17,670, अनुसूचित जाति व जनजाति के 5,436, अन्य पिछड़ा वर्ग के 18,247 तथा अल्पसंख्यक वर्ग के 2,560 आवेदन पत्र समेत कुल 43,913 आवेदन अब तक अग्रसारण के लिए लंबित हैं।
इस स्थिति पर मुख्य विकास अधिकारी ने सभी शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य एवं नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि चार दिवस के भीतर लंबित सभी आवेदन पत्र अग्रसारित कराए जाएं, ताकि मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर योजना की प्रगति प्रभावित न हो।
संस्थाओं के सत्यापन के लिए बनाए गए नोडल
मुख्य विकास अधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को यह भी निर्देशित किया कि जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक को नोडल अधिकारी नामित कर प्रत्येक के अंतर्गत चार-चार विकास खण्डों के शिक्षण संस्थानों का सत्यापन कराया जाए।
इसके लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण, सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी) की टीम गठित की जाएगी, जो लंबित आवेदनों का शत-प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित करेगी। एक सप्ताह के भीतर आख्या के साथ पुनः बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
